CG Prime News@भिलाई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन सट्टा एप महादेव की जांच और भी गहराई से करने लगी है। दुबई में बैठा सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर की बेनामी संपत्ति और उन बैंक के खातों को खंगाल रही है, जिसमें ऑनलाइन सट्टा रकम की ट्रांजेक्शन हुई है। ईडी ने अब तक एप महादेव के जरिए सट्टा खिलाने वालों के 200 सबसे ज्यादा बैंक खातों को खंगालने में जुटी है। इसके लिए भिलाई, दुर्ग और रायपुर स्थित बैंक मैनेजर को पत्र लिखा है। उनसे पूरा ब्योरा मांगा गया है।
ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को विधानसभा रोड स्थित सिमर होटल के संचालक नितिन मोटवानी उर्फ चीकू को हिरासत में लिया। ईडी ने उससे पूछना शुरू की। सवाल: होटल किसका है? होटल मालिक कौन है? खरीदने का स्रोत क्या है? नितिन ने बताया कि होटल सौरभ चंद्राकर से खरीद लिया है। जबकि वह इसमें शेयर होल्डर है। ईडी ने सिमर होटल (क्लब) से संबंधित पूरे दस्तावेज और होटल खरीदने के स्रोत की जानकारी मांगी। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है। बता दें नितिन को पूर्व में छत्तीसगढ़ पुलिस ने पकड़ा था, लेकिन आकाओं का फोन आने पर उसे छोड़ दिया था। बता दें छत्तीसगढ़ में लगातार कार्रवाई कर आईएएस अफसरों, राजनेताओं समेत कारोबारी को गिरफ्तार करने वाली ईडी ने इसी महीने दो नए केस ईसीआरआर और दर्ज किए हैं।
ईडी की पूछताछ में खुलासा
एएसआई चंद्र भूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, हवाला ऑपरेटर अनिल व सुनील दम्मानी, रायपुर के एक वरिष्ठ अधिवक्ता, उसके सीए और सट्टा खिलाने वाले मौदहापारा के युसूफ से मिले इनपुट के आधार पर बैंक खातों को जांच के दायरे में लिया है। बताया जा रहा है कि इन बैंक खातों में अधिकांश ऑनलाइन पैसे जमा कराए गए हैं। इसे जमा करने वालों का मोबाइल नंबर व अन्य जानकारी भी मांगी गई है। इन खातों का कनेक्शन महादेव एप संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से मिला है। ईडी ने कुछ बैंक अधिकारियों को बुलाया था।
एएसआई ने लगाई मारपीट का आरोप
एएसआई चंद्र भूषण बर्मा ने पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारियों द्वारा मारपीट करने और दबाव बनाकर आईएएस आईपीएस और रसूखदार लोगों के नाम लेने का आरोप लगाया है। अंग्रेजी में लिखे कागजों पर हस्ताक्षर करा लिया है। एएसआई के अधिवक्ता द्वारा इसका आवेदन कोर्ट में लगाया है। इस संबंध में विशेष न्यायाधीश ने ईडी से 5 सितंबर को अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। ईडी के विशेष लोक अभियोजक डॉक्टर सौरभ कुमार पांडेय का कहना है कि रिमांड पर लिए गए सभी आरोपियों से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पूछताछ हो रही है। बचाव पक्ष की ओर से लगाए गए आवेदन का साक्ष्य सही जवाब पेश किया जाएगा। एएसआई पूर्व में अंग्रेजी, मैथ्स और हिन्दी का टीचर रहा है।
