भिलाई . हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध 161 निजी और शासकीय कॉलेजों को मिलाकर प्रदेश के 378 कॉलेजों में एक बाद फिर एडमिशन शुरू हो गए है। इस साल कॉलेज एडमिशन का ग्राफ कमजोर है। अकेले दुर्ग संभाग में ही करीब 25 हजार सीटें अभी भी खाली पड़ी है। यही वजह है कि उच्च शिक्षा विभाग ने मंगलवार को कॉलेजों में प्रवेश की तिथि को पांचवी बार बढ़ा दिया है।
अब विद्यार्थियों को 30 सितंबर तक कॉलेजों में प्रवेश दिया जा सकेगा। विश्वविद्यालयों ने अपना एडमिशन पोर्टल दोबारा से शुरू कर दिया है वहीं मंगलवार से ही आवेदनों की शुरुआत हो गई है। वैसे तो दुर्ग जिला सहित संभाग के पुराने सभी शासकीय कॉलेजों में लगभग सीटें फुल हो गई हैं और पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन निजी कॉलेजों का हाल बेहाल है।
एडमिशन में बड़ा डाउनफॉल
सामन्य डिग्री कॉलेजों की बीए, बीकॉम और बीएससी की सीटों में एडमिशन को लेकर इस साल बड़ा डाउनफॉल आया है। कॉलेजों में बीए की १८ हजार सीटें है, जिसमें से ६ हजार पर एडमिशन नहीं हो पाए। वहीं बीएससी की २० हजार सीटों में से 10 हजार ही भर पाईं जबकि इतनी ही सीटें खाली रह गई। इसके अलावा बीकॉम में भी एडमिशन ग्राफ बेहद खराब रहा है। दरअसल, इस साल से कॉलेजों में नई शिक्षा नीति की शुरुआत हो गई है, जिससे साल में दो बार सेमेस्टर परीक्षा कराई जानी है।
परीक्षा पद्धिती में हुए इस बदलाव के बाद ही एडमिशन ग्राफ धड़ाम से गिरा। दुर्ग संभाग के कॉलेजों में संचालित स्नातक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स में भी प्रवेश को लेकर यही स्थिति बनी है। सबसे अधिक सीटें निजी कॉलेजों की खाली पड़ी है, जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने एक बार फिर प्रवेश तिथि बढ़ा दी है।
Higher education department ने फिर प्रवेश तिथि बढ़ा दी
एक दशक का सबसे कम कटऑफइस साल दुर्ग साइंस कॉलेज में बीकॉम का कटऑफ जनरल केटेगरी के लिए 89.6 प्रतिशत पर क्लोज हुआ। हालांकि यह पिछले साल की तुलना में 11 फीसदी कम रहा। बीते साल बीकॉम का कटऑफ यहां 92 फीसदी तक गया था। इसके अलावा साइंस कॉलेज में बीए का कटऑफ भी इस बार महज 82 फीसदी पर क्लोज हो गया। बीएससी का कटऑफ बायोलॉजी के लिए 83.6 सर्वाधिक रहा।
वहीं बीएससी गणित का कटऑफ 72.4 फीसदी रहा। इसके अलावा बीएससी कम्प्यूटर मैथ्स को इस साल अच्छा रुझान देखने को मिला। बीसीए का कटऑफ 83.6 निकाला गया। अबके साल सरकारी कॉलेजों में सभी जगह कटऑफ को लेकर यही स्थिति बनी। 2022-22 में कई विषयों का कटऑफ सौ फीसदी पहुंचा था, इस बार ऐसी परिस्थितियां नहीं बनी।