भिलाई@ CG Prime News. दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओपी पाल ने गुरुवार को रेंज के पुलिस अधीक्षकों की 32 बंगला आईजी कार्यालय में बैठक ली। बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सही पुलिसिंग करनी है तो छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से मिले निर्देशों के तहत पुलिसिंग करें। उन्होंने इस दौरान सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने की बात कही।
आईजी ने कहा हार्ड पुलिसिंग के साथ सॉफ्ट पुलिसिंग को समायोजित करते हुए काम करें। पुलिस और जनता के मध्य संबंध मधुर हों, गुंडे और असामाजिक तत्वों पर नकेल कसे। बदमाशों के विरूद्ध लगातार पुलिसिंग कार्यवाही जारी रखें। इस बात का ध्यान रखा जाए कि, थाने में आने वाले फ रियादी को परेशान न होना पड़े। चिटफंड के मामलों में फरार आरोपियों की प्रमुखता से गिरफ्तारी व उनकी सम्पत्ति जप्त करने की कार्यवाही में तेजी लाई जाए। उन्होंने थाने के कार्यों में कसावट लाने का भी निर्देश पुलिस अधीक्षकों को दिया। बैठक में दुर्ग के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्री नारायण मीणा, राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण, बालोद के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार, कबीरधाम के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एवं बेमेतरा के पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर उपस्थित थे।
नक्सल मूवमेंट पर भी की चर्चा
पुलिस महानिरीक्षक ओपी पाल ने राजनांदगांव, कबीरधाम एवं बालोद के पुलिस अधीक्षकों से नक्सल मूवमेन्ट एवं नक्सली क्षेत्रों में पुलिसिंग मूवमेन्ट पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नक्सल क्षेत्र में कार्यरत पुलिस एवं सुरक्षा बल के बीच आपसी समन्वय बनाने की बात कही।
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर जताई चिंता
आईजी ने बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिलों में घटनाओं पर कमी लाने का प्रयास करें।
सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाएं पुलिसिंग गश्त
उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी पर भी रोक लगाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिसिंग गश्त बढ़ाएं। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि सीमावर्ती राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान की आवक न है।
पुलिस कर्मियों को मिलेगा सप्ताहिक अवकाश
आईजी पाल ने पुलिसकर्मियों के सप्ताहिक अवकाश दिए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधीक्षक अपनी व्यवस्था के अनुरूप पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश को सुनिश्चित करें। जिससे कि सभी पुलिसकर्मियों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने समय-समय पर पुलिसकर्मियों के बीच योग और मेडिटेशन के कार्यक्रम भी आयोजित करने पर जोर दिया।
