बीएसपी की गलत नीति के कारण 80 फीसदी इंडस्ट्रीज ब्लैक लिस्टेड बाहर के उद्योगों को दिया जा रहा काम

भिलाई एंसीलरी एसो. की आपात बैठक में बीएसपी पर कई गंभीर आरोप उद्योगपतियों ने कहा साजिश के तहत उद्योगों को बंद करना चाहता है प्रबंधन

भिलाई@CG Prime News. भिलाई एंसीलरी एसोसिएशन की एक आपात बैठक बीईडब्ल्यू में सोमवार को बुलाई गई, जिसमें बीएसपी द्वारा एंसीलरी उद्योगों को काम में डिले किए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया गया। इस डिले के चलते 80 प्रतिशत उद्योग बंद हो चुके हैं। पदाधिकारियों का आरोप था कि साजिश के तहत यह किया जा रहा ताकि बाहर के उद्योगों को काम दिया जा सके। बीएसपी की मंशा से स्पष्ट होता है कि वह चाहता है कि एंसीलरी उद्योग पूरी तरह बंद हो जाए। बीएसपी के रवैये को लेकर बैठक में तनावपूर्ण स्थिति निर्मित हुई।

एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंदर सिंह खुराना का कहना था कि बीएसपी ने साजिश के तहत 80 प्रतिशत उद्योगों को इसलिए बंद कर दिया है, क्योंकि 5 एटी सप्लाई नहीं हुआ है। 5 एटी सप्लाई तब होगा, जब डीपी एक्सटेंशन मिलेगा, लेकिन पिछले तीन माह से न तो डीपी एक्सटेंशन दिया जा रहा है और न माल लिया जा रहा है। यदि डीपी एक्सटेंशन मिल जाता तो 5 एटी के बंधन से हम मुक्त हो जाते। 5 एटी के नियम के चलते इंक्वायरी बंद कर दी गई जिसके कारण एंसीलरी में लगभग 80 से 90 प्रतिशत लोग ब्लैक लिस्टेड हो गए हैं। इस बंद का फायदा उठाकर कोलकाता, मुंबई के और बाहरी उद्योगों को धड़ल्ले से काम दिया जा रहा है। बैठक में अधिकांश पदाधिकारियों का एक ही आरोप था कि बीएसपी प्रबंधन द्वारा काम दिए जाने में जानबूझकर डिले किए जा रहा है। इतने संकट के बावजूद बीएसपी हमारे एंसीलरी के लिए कुछ नहीं कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ लेबर का भुगतान, बिजली एवं शासकीय भुगतान, सारे ठप हो चुके हैं। बीएसपी में माल इसलिए सप्लाई नहीं हो पा रहा है कि रेट में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई है।

डीपी एक्सटेंशन को दबाकर बैठे हैं अधिकारी
महासचिव चरणजीत सिंह खुराना का कहना था कि जो डीपी देनी थी उस पर भी ढाई माह बाद भी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। क्या देना है, कब देना है, क्या करना है इसे लेकर बीएसपी की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। डीपी एक्सटेंशन को अधिकारियों ने मोड़कर परचेज डिपार्टमेंट में रखा हुआ है। बात करने पर एक ही जवाब मिलता है कि डिपार्टमेंट से शॉप भेजा गया है। शॉप से क्लीयरेंस नहीं मिला है। उपाध्यक्ष आशुतोष तिवारी का का कहना था कि बीएसपी चाहता है कि किसी तरह एंसीलरी उद्योग बंद हो जाए। इसके चलते औद्योगिक क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है।

झा ने सुझाया रास्ता, प्रबंधन से मिलेंगे
बैठक में जब स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई तो सदस्य आर के सिंह ने कहा कि इस संदर्भ में हमें एमएसएमई के अध्यक्ष के के झा से मिलना चाहिए। वे पूर्व में एंसीलरी एसो. के अध्यक्ष रह चुके हैं, उनसे सलाह लेनी चाहिए कि हम आगे क्या करें। झा ने कहा कि बीएसपी प्रबंधन शुरू से ही गंभीर है खासकर डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्वान दास गुप्ता वह एंसीलरी को अपना समझते हैं। हाल ही में सेल चेयरमैन सोमा मंडल के साथ हुई बैठक में भी उन्होंने एंसीलरी को आगे बढ़ाने के लिए हम से ही सुझाव पत्र मांगा है। हम सुझाव पत्र के साथ प्रबंधन के साथ जल्द ही मुलाकात करेंगे। उम्मीद है कि समस्या का हल जल्द निकलेगा।

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