जिला बालोद नक्सल मुक्त घोषित, लम्बे समय से नहीं हुई घटनाए

बालोद@CG Prime News. 12 वर्षों में नक्सली हमले व वारदात के 14 मामले सामने आए हैं। नक्सल क्षेत्र कांकेर, राजनांदगांव से लगा होने एवं छिटपुट नक्सल गतिविधियों के कारण 2008 में जिले के थाना बालोद, राजहरा, डौंडी, डौंडीलोहारा, महामाया, देवरी, गुरुर एवं चौकी संजारी पिनकापार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के रूप में शामिल किया था। इस क्षेत्र में नक्सली महामाया माइंस में सुरक्षा बलों से बारूद की लूट, जंगल मे सर्चिंग कर रहे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने टिफिन बम विस्फोट एवं निर्माण कार्य में लगे वाहनों को जलाने की घटना को अंजाम दे चुके है। लंबे समय से जिले में नक्सली गतिविधि नहीं होने की वजह से हाल ही में डीजीपी डीएम अवस्थी ने जिले को नक्सल प्रभावित जिले से मुक्त घोषित किया है। हालांकि अभी भी सुरक्षा की दृष्टि से घने जंगल में सुरक्षा बलों की सर्चिंग जारी है।

बुधवार की रात तीन अज्ञात लोगों ने डौंडी ब्लॉक के ग्राम काकड़कसा में बंदूक की नोक पर लाल सलाम कहते हुए जागेश्वर के परिवार को रात 2 बजे उठाकर घर से नगदी 9 हजार रुपए व सोने-चांदी के जेवरात लूटकर ले गए। इसे ग्रामीण नक्सली करतूत मान रहे हैं। हालांकि अभी पुलिस ने कोई पुष्टि नहीं की है। एएसपी डीआर पोर्ते ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। घटना को अंजाम देने वाले नक्सली हैं कि नहीं, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। हमें नहीं लगता लुटेरे नक्सली होंगे। जागेश्वर ने डौंडी थाना में लूटपाट का मामला दर्ज करवाया है।

पहले इस तरह की नक्सल घटनाएं

– 1750 किलो बारूद लूट लिया था, 2 मार्च 2008 को जिले के महामाया माइंस में 1750 किलो ग्राम बारूद ले जा रहे वाहन को 25 से 30 वर्दीधारी महिला-पुरुष नक्सलियों ने सीआईएसएफ के सुरक्षा बलों के सामने बंदूक तानकर बारूद लूटकर ले गए थे। वाहन को व
8 जून 2008 को 25 से 30 वर्दीधारी नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के जवान पेट्रोलिंग कर वापस आ रहे वाहन को जिले के महामाया मार्ग आड़ेझर के पास विस्फोट से वाहन को उड़ा दिया।

एक व्यक्ति की हत्या की

साल 2010 में 23-24 दिसम्बर की रात्रि को 20 से 25 वर्दीधारी नक्सलियों ने महामाया थाना अंतर्गत ग्राम नलकसा के 46 वर्षीय राम भरोसा दुग्गा की हत्या कर दी थी। 10 सितंबर 2017 को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सभा के एक दिन पहले ही नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने बम्हनी के पास जंगल मार्ग में 2 लीटर प्रेशर कुकर बम लगाया था, जिसे सुरक्षा बलों ने डिस्पोज किया था। एएसपी डीआर पोर्ते ने बताया कि डौंडी ब्लॉक के काकड़कसा में हुई लूट में हमें नहीं लगता कि कोई नक्सली होंगे। अभी मामले की जांच चल रही है। जिले नक्सल प्रभावित रहे क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से सर्चिंग जारी हैं।

नक्सलियों को सामान सप्लाई करने वाला पकड़ाया था
जिले को भले ही डीजीपी ने नक्सल जिला से मुक्त घोषित कर दिया है। लेकिन अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है। पुलिस ने 6 जून 2020 को गुंडरदेही निवासी हरिशंकर गेडाम को सुकमा मलकानगिरी चौंक से घेराबंदी कर पकड़ा गया था। कब्जे से 395 राउंड कारतूस 303 व एके 47 एसएलआर हथियारों के कारतूस मिले थे। आरोपी हरिशंकर गेडाम नक्सलियों को कई बार वर्दी, टोपी व अन्य जरूरी सामानों की भी सप्लाई कर चुका है।

महिला-पुरुष नक्सली ने किया था आत्मसमर्पण
बालोद पुलिस ने साल 2017 में चलाए तुंहर पुलिस तुंहर द्वार अभियान के तहत जनहित व जनजागरुक्ता अभियान चलाया, जिसका बेहतर परिणाम भी मिला। 27 फरवरी 2017 को 5-5 लाख के दो इनामी महिला-पुरुष नक्सली कमांडर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था।

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