मां और बहनों की डेडबॉडी घटना के दूसरे दिन मिल गई थी
CG Prime News@भिलाई. शिवनाथ नदी में पिकअप के साथ डूबी 11 वर्षीय बच्ची की डेडबॉडी तीन दिन बाद बेलौदी एनीकट के पास मिली। मछुआरों और एसडीआरएफ की टीम खोजते हुए तीन एनीकट पार किए। बेलौदी के पास नदी किनारे एक पेड़ में फंसी थी। मछुआरों ने उसे बाहर निकाला। गौरतलब है कि नदी में गिरी पिकअप को 6 सितम्बर को सुबह 9.30 बजे निकाला गया। पिकअप के साथ एक पुरुष, एक महिला और दो बच्चियों की डेडबॉडी मिली थी। उसमें तीसरी बच्ची गरिमा मिसिंग थी।
एसडीआरएफ के कमांडेंट नागेन्द्र सिंह ने बताया कि 25 मछुआरों और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम खोजने में लगाई गई थी। सुबह करीब 7.30 बजे टीम बेलौदी की ओर सर्च करने पहुंची। पहले मछुआरों ने 11 वर्षीय बच्ची गरिमा को एक पेड़ में फंसी हुई देखा। दोनों टीम ने मिलकर उसे बाहर निकाला। बता दें 5 सितम्बर को तामेश्वरी देशमुख अपने तीन बेटियों के साथ घर से निकल गई थी। सीएएफ में पदस्थ पति गिरीश देशमुख घर पर ही था। रात में एक गृहग्राम के परिचित चालक ललित यादव के साथ बच्चियों को लेकर केजीएन ढाबा राजनांदगांव गए थे। वहां से खाना खाने के बाद निकले। रात करीब 12.50 बजे शिवनाथ नदी पुराने ब्रिज पर अनियंत्रित वाहन नदी में गिर गया, जिसमें सवार पांचों ही डूब गए। ललित, तामेश्वरी और उसकी बेटियां यश लक्ष्मी, गरिमा और कुमुद की मौत हो गई। 6 सितम्बर को पिकअप को खोज लिया गया। इसमें गरिमा मिसिंग थी।
तीन एनीकट के बाद मिली बॉडी
कमांडेंट ने बताया कि शिवनाथ नदी में इस समय करीब 35 फीट पानी है। एनीकट से पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है। इस तेज बहाव में महमरा, मोहलई और कोटनी एनीकट को पार करते हुए डेडबॉडी बेलौदी पहुंच गई। तेज बहाव को देखते हुए सर्चिंग के दायरा को बढ़ाया गया था। सर्चिंग के दौरान 12 किलोमीटर दूर मिली।