CG Prime News@नारायणपुर. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में BSF, DRG की संयुक्त पार्टी की नक्सलियों से बुधवार को मुठभेड़ (Naxalite encounter in Narayanpur) हो गई। इस मुठभेड़ में DRG के हेड कांस्टेबल बीरेंद्र कुमार सोरी शहीद (DRG head constable martyred) हो गए। गुरुवार को शहीद जवान का पार्थिव देह कांकेर जिले में पहुंचा। वहां से तिरंगे से लिपटा आरक्षक बीरेंद्र कुमार शोरी का पार्थिव शरीर गृह ग्राम मर्रामपानी के आश्रित ग्राम बावालाड़ी पहुंचा। जवान की अंतिम श्रद्धांजलि यात्रा के दौरान बेटियों ने उसे कंधा दिया। यह नजारा देख लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान अमर शहीद जवान अमर रहे के नारे लगते रहे। श्रद्धांजलि यात्रा के बाद तैनात पुलिस के जवानों द्वारा शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। DRG head constable martyred in narayanpur
वीरता के लिए मिला था प्रमोशन
डीआरजी के शहीद बीरेंद्र कुमार सोरी 2010 में नारायणपुर जिला बल में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। 2018 में नक्सल ऑपरेशन में वीरतापूर्ण कार्य के लिए उन्हें हेड कॉन्स्टेबल के पद पर पदोन्नत किया गया था। गुरुवार को शहीद जवान के शव को लेकर पुलिस की एक टीम नारायणपुर पहुंची। जहां बस्तर आईजी सुंदरराज पी की मौजूदगी में शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पार्थिव शरीर को गृह ग्राम लाया गया।
एंबुश में फंस गई थी टीम
सोनपुर और कोहकामेटा बॉर्डर के पास जंगल में डीआरजी और बीएसएफ की टीम नक्सलियों के एंबुश में फंस गई थी। बुधवार दोपहर 1 बजे से दोनों ओर से रुक-रुककर फायरिंग हुई। मुठभेड़ के दौरान नारायणपुर में हेड कॉन्स्टेबल बीरेंद्र कुमार सोरी (36) को गोली लगी, जिससे उनकी मौके पर शहादत हो गई। नक्सली शहीद जवान का हथियार लूटकर ले गए थे। उधर बीजापुर में नक्सलियों ने दो पूर्व सरपंचों की हत्या कर दी।
मिली थी नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना
अबूझमाड़ में नक्सल पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) की वर्षगांठ मना रहे थे। सोनपुर कोहकामेटा थाना क्षेत्र के परादी और गारपा के जंगलों में बड़े नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर जवानों को सर्च ऑपरेशन के लिए निकाला गया था।