कोरोना संक्रमित हो गए साथी, संघर्ष में अकेले पड़ गए प्रशम, फिर भी हार नहीं माना

भिलाई@CG Prime News. कोरोना काल में जब लोग घर से नहीं निकल रहे थे, संक्रमित से उनके अपने भी दूरी बना लेते थे तब प्रशम दता जैसे युवा और उनकी पूरी टीम पीडि़तों का जीवन बचाने प्लाज्मा डोनेट करते रहे। 17 अप्रैल से इनकी मुहिम शुरू हुई। भिलाई नगर कालीबाड़ी समिति के सौजन्य से एंबुलेंस मिली। इसी में प्लाज्मा डोनेट करने के इच्छुक लोगों को लाते-ले जाते थे। यह टीम कोरोना की जंग जीत चुके खासतौर पर युवाओं को प्लाज्मा डोनेट करने प्रेरित करती थी।

प्लाज्मा थेरेपी बंद होने से पहले इन युवकों ने 60 यूनिट प्लाज्मा दान कर कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों की जान बचाई। प्रशम के लिए ऐसी भी विकट स्थिति आई जब इनके सभी साथी कोरोना संक्रमित हो गए और वे संघर्ष में अकेले पड़ गए, फिर भी हार नहीं माना। श्रीराम जन्मोत्सव समिति युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पांडेय खुद प्रशम के साथ हॉस्पीटल पहुंचे और ब्लड डोनेट कर उत्साह बढ़ाया। साथ ही लोगों को ब्लड डोनेट करने को प्रेरित भी किया। प्रशम ने अपनी सेवा की मुहिम को जारी रखा।

300 यूनिट रक्त व प्लेटलेट्स और
60 यूनिट प्लाज्मा डोनेट किया

इसके पूर्व वर्ष 2018 में जब पूरे भिलाई नगर को डेंगू ने अपनी चपेट में ले लिया था, 55 से अधिक जानें गई और 20 हजार से भी अधिक लोग पीडि़त थे तब प्रशम की टीम ने 300 यूनिट रक्त और प्लेटलेट्स दान कर सैकड़ों की जान बचाई। छग युवा खेल संगठन की यह टोली कंधे पर स्पे्रयर टांग खुद डेंगू से जंग में मच्छरों का लार्वा नष्ट करने निकल पड़े थे।

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