CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में अब महापौर (mayor elections in Chhattisgarh) और अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष चुनाव पद्धति से होगा। अब जनता पार्षद के साथ महापौर का भी वोट डालकर सीधे चुनाव करेगी। वहीं अब राजनीतिक पार्टियों को भी मेयर के लिए टिकट देकर अपने कैंडिडेट चुनाव में उतारने पड़ेगे। यह बड़ा फैसला सोमवार को साय कैबिनेट ने लिया है। इस फैसले के बाद प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। आने वाले साल में नगरीय निकाय चुनाव होने हैं। ऐसे में साय सरकार के इस बड़े फैसले से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ जाएगी। (There will be direct mayor elections in Chhattisgarh)
कर सकती है सरकार बड़े ऐलान
मिली जानकारी के अनुसार 6 दिन के अंदर साय सरकार की यह दूसरी बड़ी कैबिनेट बैठक चल रही है। सरकार को अब एक साल पूरे होने को है। 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद 13 दिसंबर को भाजपा सत्ता में आई थी। चर्चा है कि कुछ नई योजनाओं की शुरुआत सरकार कर सकती है। 6 दिन पहले ही कैबिनेट की बैठक हुई थी फिर ये बैठक हो रही है, इसलिए बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है।
कांग्रेस ने सत्ता में आते ही बदला था नियम
2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के साथ मेयर और अध्यक्ष के प्रत्यक्ष चुनाव के नियम को पूरी तरह बदल दिया गया था। कांग्रेस सरकार ने निकाय चुनाव में मेयर चुनने का हक पार्षदों को दे दिया था। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के कार्यकाल से पहले जनता ही वोट डालकर पार्षदों के साथ महापौर का सीधे चुनाव करती थी।
राज्यपाल और सीएम साय के बीच चर्चा
मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय जाने से पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राज्यपाल रामेन डेका से मुलाकात की थी। ऐसी चर्चा है कि निकाय चुनाव को लेकर दोनों के बीच चर्चा हुई। 14 दिन बाद प्रदेश की विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी शुरू होने को है। इसमें सरकार अहम प्रस्ताव पास कर सकती है।
