20 दिन से फरार आरोपी कवर्धा में छुपा था
CG Prime News@भिलाई. उधारी का रकम नहीं देने पर एक दोस्त ने अपने ही दोस्त को शराब पिलाकर मौत (Murder) के घाट उतार दिया। पुलिस ने इस मामले में बीस दिन से फरार आरोपी को कवर्धा से गिरफ्तार किया है। 6 दिसंबर को 10.30 बजे वीरांगना अवंती बाई भ्वन के पीछे नहर के किनारे लोकेश्वर बंजारे की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थी। खुर्सीपार पुलिस ने आरोपी अजय यादव उर्फ टंगिया पिता स्व. मोहन यादव, 28 साल निवासी ग्राम पत्थरपुंजी थाना बेरला को गिरफ्तार किया। बुधवार को प्रेस वार्ता में एएसपी सुखनंदन राठौर ने इस पूरे प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया कि महज 3 हजार रुपए उधारी के पैसे के चक्कर में आरोपी ने अपने दोस्त लोकेश्वर की हत्या कर दी।
भागते हुए निकला
घटना के भौतिक साक्ष्यों, सीसीटीवी के विश्लेषण और संदिग्धों से पूछताछ पर जानकारी प्राप्त हुयी कि मृतक लोकेश्वर बंजारे और अजय यादव उर्फ टंगिया दोस्त है। शराब पीकर आपस रकम के लेन देन की बात पर वाद विवाद करते घटना स्थल वीरागंना अवंती बाई भवन के पीछे गए थे। वहां से आरोपी अजय यादव भागते हुये निकला और बोला मैं अजय को निपटा दिया हूँ कहकर फरार हो गया।
कवर्धा से किया गिरफ्तार
फरार आरोपी अजय यादव की गठित टीम द्वारा लगातार पतासाजी की जा रही थी। आरोपी के रिश्तेदारों, परिचितों पर लगातार निगाह रखी जा रही थी। मोबाईल नम्बरों के सीडीआर प्राप्त कर विश्लेषण किया गया। इसी बीच जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी कवर्धा में है। तत्काल पुलिस टीम को कवर्धा रवाना किया गया। जहां से आरोपी अजय यादव को हिरासत में लिया गया। पूछताछ पर आरोपी अजय यादव ने बताया कि वह लोकेश्वर को एक माह पहले 3000 रूपए उधारी दिया था। उसके पास पैसा नहीं होने के कारण खुर्सीपार आया और लोकेश्वर से अपने दिए हुए पैसे को मांगा। मृतक आज दूंगा-कल दूंगा कहकर उसे घूमा रहा था।
शराब पिलाया फिर मारा
आरोपी अजय यादव 6 दिसंबर को शराब लेकर आया और लोकेश्वर को शराब पिलाया। उसने स्वयं शराब नहीं पीया। लोकेश्वर बंजारे उर्फ पाउ को अवंती भवन के पीछे नहर किनारे लेकर गया और और पुन: उससे अपने पैसों की मांग किया। लोकेश्वर के गाली-गलौज करने, पैसा नहीं दूंगा कहने पर वहीं पर पड़े पत्थर को सिर में पटककर हत्या कर फरार हो गया।
इस टीम ने पकड़ा आरोपी को
इस कार्यवाही में निरीक्षक अंबर सिंह भारद्वाज प्रभारी थाना खुर्सीपार, सउनि यशवंत श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल रोहित यादव, आरक्षक सुभाष यादव, शैलेन्द्र यादव, चुमुक सिन्हा, हर्ष देवांगन, तेजप्रकाश साहू, पंकज सिंह, एवं चंद्रभान चौहान थाना खुर्सीपार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।