@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. बलौदाबाजार (Baloda bazar violence) में हुई हिंसा मामले में राज्य सरकार ने कड़ा फैसला लेते हुए गुरुवार देर रात तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को निलंबित कर दिया है। इससे पहले हिंसा को रोकने में प्रशासन की नाकामी को बड़ी वजह मानकर हिंसा के दूसरे दिन ही कलेक्टर और एसपी को उनके पद से हटा दिया गया था। वहीं राज्य शासन ने जैतखाम क्षतिग्रस्त होने की घटना की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सीबी बाजपेयी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। 6 बिंदुओं पर एकल सदस्यीय जांच टीम 3 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।

बलौदाबाजार पहुंचे कांग्रेसी
बलौदाबाजार हिंसा की जांच करने कांग्रेसी घटना स्थल पहुंचे हैं। शुक्रवार सुबह रायपुर से पूर्व सीएम भूपेश बघेल, चरणदास महंत, दीपक बैज समेत कई कांग्रेसी बलौदाबाजार के लिए रवाना हुए। यहां जांच के बाद पार्टी को रिपोर्ट सौंपेंगे। रवानगी से पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बलौदाबाजार हिंसा सरकार की बड़ी नाकामी है। कलेक्टर, एसपी कार्यालय धू-धूकर जलता रहा और कलेक्टर-एसपी पीछे के दरवाजे से भाग गए।

इसलिए भड़की थी हिंसा
15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी. मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
कलेक्ट्रेट में आग लगा दी
उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ध्वजारोहण के पोल पर सफेद रंग का ध्वज लगा दिया था।
हुई थी पुलिस से झड़प
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा सोमवार देर रात घटनास्थल पहुंचकर मौके का जायजा लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए।
