कवर्धा SP के एक एक्शन से 20 दिन से लापता नाबालिग मिली, परिजन बोले थाने का चक्कर लगाकर थक गए थे, अब जान में जान आई

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. पिछले 20 दिन से अपनी नाबालिग बच्ची की तलाश में परेशान पंडरिया विधानसभा के किशुन गढ़ क्षेत्र के रहवासी माता-पिता की गुहर जैसे ही कवर्धा एसपी के कानों पर पड़ी उन्होंने चंद घंटे में बच्ची को उनकी परिजनों के हवाले कर दिया। बच्ची को रायपुर से रिकवर कर परिजनों को सौंपा गया। बच्ची को झांसा देकर ले जाने वालों पर कवर्धा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। दरअसल वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन रविवार को कवर्धा के किसी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इसी दौरान विधायक से गुमशुदा नाबालिग के परिजनों ने मदद की गुहार लगाई।

थाने के लगा रहे थे चक्कर
गुमशुदा नाबालिग के परिजनों ने बताया कि उनकी 17 वर्षीया बच्ची किसी के बहकावे और झांसे की वजह से 28 अप्रैल को अचानक गायब हो गई। बच्ची के माता-पिता को इसका अंदेशा था कि उनकी नाबालिग बच्ची को एक युवक और उसके परिजनों ने ही बहला फुसलाकर घर से भगाया है। नतीजतन उन्होंने तत्काल पुलिस को खबर देते हुए संदिग्ध पर संदेह जताते हुए अपनी बच्ची सही सलामत लाने की इल्तिज़ा की। पंडरिया थाना के पुलिस कर्मी इस मामले में न केवल टालमटोल रवैया अपनाते रहे बल्कि बच्ची के माता-पिता ने आरोपियों को स्थानीय पुलिस वालों के संरक्षण का भी आरोप लगाया।

एसपी ने तुरंत लिया एक्शन
विधायक रिकेश ने तत्काल कवर्धा एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव को फोन लगा सारा माजरा उन्हें बताते हुए लापता बच्ची को सुरक्षित परिजनों के हवाले करने और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही। एसपी ने पंडरिया थाना को आड़े हाथों लेते हुए न सिर्फ फटकार लगाई बल्कि इस संवेदनशील मसले पर तत्काल टीम गठित कर सायबर यूनिट मुखबीरों की मदद से राजधानी रायपुर से चंद घंटों के भीतर बच्ची को रिकवर कर परिजनों के हवाले किया। मामले की अग्रिम कार्रवाई थाना से की जा रही है। किशुनगढ़ के पीडि़त परिवार ने बताया कि वे एक पखवाड़े से मानसिक परेशानी झेल रहे थे। संबंधित थाना की पुलिस का रवैया उन्हें लगातार थाने का चक्कर लगवाता रहा था। एसपी और विधायक की सक्रियता से उन्हें राहत मिली है।