भिलाई. CG Prime News. दुर्ग जिले के मातरोडीह गांव में नकली कीटनाशक छिड़काव से फसल तबाह होने के बाद युवा किसान की आत्महत्या से सरकार में हड़कंप मच गया है। सोमवार को कृषि विभाग ने दुर्ग ज़िले के 3 कृषि दवा दुकानों में छापेमार करवाई करते हुए उसे सील कर दिया है। वहीं कीटनाशक का सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। कृषि विभाग के जॉइन्ट डायरेक्टर राठौर ने बताया कि इन तीनों दुकानों से आत्महत्या करने वाले किसान ने कीटनाशक खरीदा था जिससे फसल बरबाद हो गई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोमवार सुबह गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पीडि़त परिवार से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने खुदकुशी करने वाले किसान दुर्गेश निषाद के पिता और भाई से मुलाकात की। ढांढस बंधाते हुए पीडि़त परिवार को तत्काल चार लाख रुपए मुआवजा दिया। वहीं फसल की जानकारी भी ली। इधर नकली कीटनाशक से फसल खराब होने के बाद पूरे गांव में कृषि विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने डेरा डाल दिया है। आत्महत्या करने वाले किसान के खेतों के साथ ही पूरे गांव के खेतों में फसलों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही छिड़काव किए गए नकली कीटनाशक की भी जांच करके दवा निर्माता कंपनी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि पीडि़त परिवार का न्याय का भरोसा दिलाया गया है। सरकार की ओर से उनकी पूरी मदद की जाएगी।
खेत के मेड़ पर लटकते हुए मिली थी लाश
कीट व्याधि से साढ़े छह एकड़ की फसल बरबाद होने से हताश ग्राम मातरोडीह में एक युवा किसान ने शनिवार को आत्महत्या कर ली थी। किसान दुर्गेश निषाद, पिता ढिलनराम निषाद 34 वर्ष ने खेत के मेड़ के एक पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक उसने कीटों के प्रकोप से फसल बचाने के लिए जीतोड़ कोशिश की। तीन बार कीटनाशक दवाई का छिड़काव भी किया, लेकिन दवा बेअसर साबित हुई। उल्टा कीटनाशक के प्रभाव से फसल झुलस गई। छह एकड़ में तीन एकड़ खेत उसका खुद का और साढ़े तीन एकड़ को रेग में लेकर किसान खेती कर रहा था।
पुलिस कर ही जांच
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और तलाशी ली। जबे में एक कागज के टुकड़े में सुसाइडल नोट मिला। जिसमें फसल तबाह होने से आत्महत्या करने की बात लिखी है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद शव परिजनों का सौंप दिया। मचांदुर चौकी प्रभारी श्यामलाल नेताम ने बताया कि घटना शनिवार शाम की है। किसान शाम को खेत जाने के लिए निकला तो वापस घर नहीं लौटा। दूसरे दिन रविवार सुबह आठ बजे खेत की मेड़ में कौहा के पेड़ पर वह लटकते हुआ मिला। उसने नायलान की रस्सी से फंदा बनाया था।