Sunday, December 28, 2025
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छतीसगढ़ के एक और राइटर डारेक्टर की बॉलीवुड में एंट्री,

छतीसगढ़ के एक और राइटर डारेक्टर की बॉलीवुड में एंट्री,

by cgprimenews.com
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CG Prime News @भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के ज़ेवरा सिरसा गांव के निवासी बलराम कृष्ण देवांगन की फ़िल्म ‘जूनियर बापू – अननोन वॉरियर’ लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर धूम मचा रही है। यह फ़िल्म गंगटोक इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल, झारखंड इंटरनेशनल, वर्ल्ड फ़िल्म फ़ेस्टिवल सिंगापुर, ड्रक इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल (भूटान), ट्विलाइट टोक्यो फ़िल्म फ़ेस्टिवल (जापान), इंटरनेशनल ओपन फ़िल्म फेस्टिवल ढाका (बांग्लादेश) और मंक ऑफ मियामी फ़िल्म फेस्टिवल (USA) जैसे कई प्रतिष्ठित फेस्टिवल्स में अवार्ड जीत चुकी है।

दुर्ग के बलराम देवांगन की संघर्ष गाथा

मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे बलराम आठ भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर थे। बचपन से शिक्षक बनने का सपना देखने वाले बलराम ने बीएससी बायोलॉजी किया। लेकिन किस्मत उन्हें मुंबई (Mumbai) ले आई, जहां उन्होंने कुरियर कंपनी में नौकरी करते हुए बॉलीवुड में राइटर-डायरेक्टर बनने का सपना संजोया।

लगभग दो दशक के संघर्ष के बाद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अंततः जय मां गायत्री प्रोडक्शन के बैनर तले अपनी पहली फिल्म ‘जूनियर बापू – अननोन वॉरियर’ बनाई। फ़िल्म की प्रोड्यूसर उनकी पत्नी कल्पिता बलराम देवांगन हैं।फ़िल्म में ईशान जैन (सलमान), सुरभि अग्रवाल, सुल्तान मिर्ज़ा, अमित वरसी, साहिल खान, भूषण भुईयर समेत कई कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है।

15 वर्षीय सलमान की प्रेरणादायक कहानी

फ़िल्म की कहानी मुंबई में रहने वाले 15 वर्षीय सलमान खान पर आधारित है, जो महात्मा गांधी की अहिंसा विचारधारा से प्रभावित है। इसी दौरान पाकिस्तान से चार आतंकवादी मुंबई में वारदात करने आते हैं, लेकिन हालात के चलते बेरोजगार बनकर सलमान के घर पनाह लेते हैं।सलमान को उनकी सच्चाई पता चलती है और वह अपनी समझदारी से चारों आतंकवादियों का माइंडसेट बदल देता है।

पाकिस्तान फिल्म फेस्टिवल में भी मिली बड़ी सफलता

देशभक्ति पर आधारित यह फ़िल्म दर्शकों को शुरू से अंत तक बांधे रखती है। फ़िल्म Eagle Home Entertainment के YouTube चैनल पर रिलीज़ हुई है और तेजी से लोकप्रिय हो रही है। सबसे खास बात यह है कि आतंकी विषय होने के बावजूद यह फ़िल्म पाकिस्तान के “द फ़िल्म टुड्शन इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल” में दूसरा स्थान हासिल कर चर्चा का विषय बनी हुई है।फ़िल्म की सफलता से राइटर-डायरेक्टर बलराम देवांगन बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि दर्शकों का प्यार उनके संघर्ष को सार्थक बना रहा है और अपील की कि लोग इस फ़िल्म को अधिक से अधिक देखें और साझा करें।

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