फिर वसूलती थी लाखों रुपए
जयपुर। मेट्रोमोनियल साइट (metromonial site) पर अमीर लोगों को फंसाने के बाद सीमा अग्रवाल उर्फ निक्की नाम की युवती उनसे शादी करती थी। इसके बाद उनपर झूठे और संगीन आरोप लगाकर उनसे लाखों रुपए वसूलती थी। व्यापारी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और ज्वैलरी व्यवसाई को अब तक वह लूट चुकी थी। लूट (robbery) के शिकार हो चुके पतियों की रिपोर्ट पर पुलिस उसे देहरादून से गिरफ्तार करने के बाद जयपुर ले आई। यहां कोर्ट में पेश किया, अदालत ने उसे 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जयपुर के मुरलीपुरा थाना प्रभारी कुमार जांगिड़ ने बताया कि सीमा उर्फ निक्की अग्रवाल ने आगरा के एक व्यापारी, गुरुग्राम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और जयपुर के एक ज्वेलर से शादी करने के बाद उनके खिलाफ गंभीर आरोपों में केस दर्ज करवाए। उसके बाद समझौते के नाम पर उनसे लाखों रुपए ऐंठे। पुलिस का कहना है कि सीमा ने आगरा के व्यापारी से शादी करने के बाद उसके खिलाफ गंभीर आरोपों में एफआईआर दर्ज कराई और राजीनामे के नाम पर उससे 75 लाख रुपए वसूल लिए।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर से शादी कर वसूले 10 लाख
पुलिस ने बताया कि व्यापारी से शादी तोड़ने के बाद आरोपी सीमा उर्फ निक्की ने गुरुग्राम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से शादी की। कुछ दिन बाद उस पर भी गंभीर आरोप लगाकर समझौते के नाम पर 10 लाख रुपए वसूल लिए। इसके बाद उसने जयपुर के एक ज्वेलर से शादी की।
ज्वेलर से कहा- मुझे बिजनेस पार्टनर बनाओ
जयपुर के झोटवाड़ा निवासी ज्वेलर ने मुरलीपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए सीमा से संपर्क किया और फरवरी 2023 में शादी की थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद सीमा ने उस पर दबाव बनाया कि वह उसे अपने बिजनेस में पार्टनर बनाए। ज्वेलर ने जब इससे इनकार किया तो सीमा ने उससे विवाद किया और देहरादून चली गई। इस दौरान वह अपने साथ 25-30 लाख रुपये के गहने और कैश भी ले गई।
पुलिस ने देहरादून से किया गिरफ्तार
शिकायत के बाद जब पुलिस ने सीमा उर्फ निक्की के पुराने मामले खंगाले खंगाला उन्हें शक हुआ। पता चला कि सीमा ने पहले भी 2 और लोगों से शादी की थी और उन पर गंभीर आरोप लगाकर रुपए वसूल चुकी है। इसके बाद डीसीपी जयपुर पश्चिम अमित कुमार के निर्देश पर सीमा को गिरफ्तार करने एक टीम का गठन किया। इसके बाद टीम ने उसे देहरादून से गिरफ्तार कर लिया।
अप्राकृतिक संबंध का लगाती थी झूठा आरोप
सीमा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह तलाकशुदा अमीर पुरुषों को निशाना बनाती थी। वह उनसे शादी करती और कुछ दिनों बाद दहेज प्रताड़ना और अप्राकृतिक संबंध बनाने के झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज करवा देती थी। फिर समझौते के नाम पर पैसे वसूल कर उन्हे छोड़ देती थी।