@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@भिलाई. खूबचंद बघेल महाविद्यालय भिलाई तीन के प्रोफेसर विनोद शर्मा पर प्राणघातक हमला करने वाले तीन हमलावरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी प्रसून पांडेय, उत्कर्ष द्विवेदी और कर्ण पाठक को पुलिस ने रीवा से गिरफ्तार किया है। इस मामले में साजिशकर्ता से लेकर हमला करने वाले 10 आरोपी शामिल है। इसमें फरार 7 आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।
जानिए क्या है मामला
भिलाई तीन थाना टीआई महेश धु्रव ने बताया कि खूबचंद वघेल महाविद्यालय के प्रोफेसर विनोद शर्मा के चालक पांच रास्ता सुपेला निवासी हेमंत ने शिकायत की। 19 जुलाई शाम 4 बजे कॉलेज की छुट्टी हुई। वह प्रोफेसर को लेकर उनके घर छोडऩे जा रहा था। कॉलेज के पास ही पान ठेला में सिगरेट लेने के लिए कार से उतरे। उसी समय बाइक सवार 6 बदमाश पहुंच गए। पास में रखे लाठी-डंडा और लोहे की राड से प्रोफेसर विनोद शर्मा पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। चालक हेमंत अपनी जान बचाकर कार को लेकर भाग निकला। खुर्सीपार पहुंचा और कालेज के साथी चालक प्रवीण सिंह को फोनकर जानकारी दी। कुछ देर बाद वापस आने पर पता चला कि गंभीर रूप से घायल प्रॉफेसर को इलाज के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक हमला में 18 टाके आए। उनका उपचार किया गया। अभी खतरे से बाहर है।
विलपुरम कॉलोनी में ले रूके थे हमलावर भिलाई तीन टीआई महेश धु्रव ने बताया कि प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हमलावर वारदात को अंजाम देकर भाग गए थे। तीन आरोपी प्रसून पांडेय, उत्कर्ष और कर्ण पाठक को रीवा से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके साथ रोहन उपाध्याय, रोहित पांडेय और धु्रव विश्वकर्मा के साथ 17 जुलाई हमलोग भोपाल से भिलाई तीन पहुंचे। आरोपी प्रबीर शर्मा, शिवम मिश्रा और धीरज सिंह उन्हें विलपुरम कॉलोनी में ले गए।
प्राणघातक हमला की योजना
टीआई ने बताया कि आरोपी प्रवीर शर्मा, शिवम मिश्रा, धीरज सिंह ने योजना बनाई। आरोपी प्रसून पांडेय, उत्कर्ष द्विेदी, कर्ण पाठक रोहन उपाध्याय, रोहित पांडेय और ध्रुव विश्वकर्मा से कहा कि भिलाई तीन में रहने वाले भैय्या का काम है। इस काम को करना है। 18 जुलाई को कार से घटना स्थल पहुंचे और उसकी रैकी की। 19 जुलाई को जैसे ही प्रोफेसर निकाल और पान गोमटी में रुके। उसी समय प्रोफेसर पर हमला बोला था।
सुपारी देकर हमलावर बुलाने वाले का लोकेशन किया मैच
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने जिस भैय्या के बारे में जानकारी दी। उसका लोकेशन ट्रेस किया गया। तब पता चला कि घटना के एक दिन पहले और घटना के एक दिन बाद का लोकेशन मैच किया। वह उनसे मिलने वि_सपुरम में गया था। हालांकि जब आरोपी प्रबीर शर्मा, शिवम मिश्रा पकड़ाएंगे। तब मामले की सच्चाई सामने आएगी।
ऐसे पकड़ाए आरोपी
पुलिस ने बताया कि पूरा मामला ब्लाइंड था। एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर एएसपी सुखनंदन राठौर के नेतृ्तव में छावनी सीएसपी हरीष पाटिल और एसीसीयू डीएसपी हेमप्रकाश नायक के नेतृत्व में टीम गठित की गई। मामले में जांच शुरु की। घटना स्थल के पीछले दिनों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। 23 संदिग्ध दिखे। उस स्थान का टावर डंप निकाला गया। आरोपियों ने फोन-पे के माध्यम से फल आदि कुछ खरीदा था। उसकी टाइमिंग मैच कर गई। इसके बाद सीडीआर निकाला गया। एक व्यक्ति की फोटो घटना के दिन की मैच कर गई। वही शर्ट और पैंट पहना था। फिर उसका मोबाइल नम्बर को निकाला गया। उसमें प्रबीर शर्मा का मोबाइल भी उस स्थान पर मिला। जब मोबाइल को ट्रेस किया गया। तब लोकेशन रीवा का मिला। तत्काल टीम को रीवा भेजा गया। जहां प्रसून पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उत्कर्ष द्विवेदी और कर्ण पाठक को गिरफ्तार किया।

