Big breaking: दुर्ग और राजनांदगांव के 7 व्यापारियों पर ईडी ने कसा शिकंजा, 90 लाख रुपए किए जब्त

चावल व्यापारी कुकरेजा से रायपुर में पूछताछ

CG Prime News@Bhilai. भिलाई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने दुर्ग और राजनांदगांव मिलाकर 7 व्यापारियों के घरों में ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव के मामले में छापेमारी की। लगभग 18 घंटे तक चली कार्रवाई में ईडी ने 90 लाख रुपए नकद, प्रापर्टी के दस्तावेज, मोबाइल और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए। ईडी सिर्फ सुरेश कुकरेजा का बेटा अंशुल कुकरेजा को अपने साथ रायपुर स्थित कार्यालय ले गई, जहां उससे ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।

बता दें कि पदुमनगर, नेहरु नगर और वैशाली नगर में प्रवर्तन निदेशालय की छापामार कार्रवाई रात भर चली। पांच व्यापारियों के यहां से आधी रात को ईडी की टीम लौट गई, लेकिन चावल व्यापारी सुरेश कुकरेजा के यहां ईडी की टीम सुबह तक जांच करती रही। इसके बाद बेटा अंशुल कुकरेजा को साथ में ले गई। बता दें छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पटाखा व्यापारी सुरेश धिंगानी के घर देर रात तक जांच की, जहां से 7 लाख रुपए नकद और प्रापर्टी के कई दस्तावेज, बैंक एकाउंट और दो मोबाइल जब्त कर अपने साथ ले गए। पदुमनगर स्थित धिंगानी के घर पर ईडी की कार्रवाई से उसके रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी सन्न रह गए। 6 व्यापारियों के घर से 90 लाख रुपए नकद जब्त किए। साथ ही प्रापर्टी के दस्तावेज, बैंक खाते और मोबाइल जब्त किए गए।

रकम को खपाने के साक्ष्य मिले

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी को व्यापारियों के घरों से कई डिजिटल साक्ष्य हाथ लगे। इसमें महादेव ऐप से जुड़ने की बात सामने आई है। इनके माध्यम से रकम को खपाने के साक्ष्य ईडी के हाथ लगे हैं। मोबाइल और डिजिटल साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद ईडी बड़ा खुलासा करेगी।

काली कमाई को किया इधर-उधर

सुरेश धिंगानी, अंशुल कुकरेजा पिता सुरेश कुकरेजा, भरत रमानी, गिरीश सावलानी, कैलाश बत्रा और सुदामा बत्रा के तार ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव से जुड़े हैं। इनके द्वारा महादेव की काली कमाई की राशि को इधर-उधर किया गया है। वहीं राजनांदगांव के सौरभ जायसवाल के घर से कोई ठोस साक्ष्य ईडी नहीं जुटा पाई।