सीएम जीत जाएंगे, यह कहना जल्दबाजी होगी
CG Prime News@Bhilai. पाटन विधानसभा के चुनाव में सीएम बघेल की सीधी टक्कर वैसे तो भाजपा के प्रत्याशी और सांसद विजय बघेल से होगी, लेकिन ये चुनाव सिर्फ दो लोगों तक नहीं सिमटा रहेगा। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस सीट पर जोगी कांग्रेस और आप पार्टी के उम्मीदवारों सहित कई निर्दलीय प्रत्याशी भी महासमर में उतर रहे हैं। ऐसे में ये कहना जल्दबाजी होगी कि सीटिंग सीएम जीत ही जाएंगे। यह चुनाव सीएम भूपेश बघेल के लिए कठिन डगर साबित हो सकती है।
दरअसल पाटन विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी मतदाता 30 फीसदी और 34 फीसदी साहू मतदाता हैं। वहीं दूसरे वर्ग का भी वोट 36 प्रतिशत है। पाटन विधानसभा के मतदाताओं की तासिर भी अलग है। यहां बघेल के खिलाफ बघेल की लड़ाई हो रही है। सांसद विजय बघेल समाज का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। वहीं सीएम भूपेश बघेल को भी कमतर नहीं आंका जा सकता। जोगी कांग्रेस और आप पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आने वाले समय में उम्मीदवारों के नाम क्लीयर हो जाएंगे। बता दें कि कुर्मी वोटरों का बड़ा वर्ग सांसद विजय बघेल के साथ दिखाई दे रहा है। वहीं धड़े में बंटवारा होने से क्या सीएम को इसका फायदा मिल पाएगा? यह भी नहीं कहा जा सकता।
सीएम की राह आसान नहीं
चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि सीएम भूपेश की राह कठिन साबित होगी। सीटिंग सीएम नहीं हारता, ये किवंदती हमेशा एक समान नहीं रहती। ममता बेनर्जी भी कोलकाता की सीटिंग सीएम होते हुए भी भाजपा के उम्मीदवार से हार चुकी हैं। वो भी अपने ही पार्टी से भाजपा में गए उम्मीदवार से। ऐसे में सीएम चुनाव को लेकर पूरी तरह तसल्ली से नहीं बैठ सकते। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सीएम ने पाटन में कई काम किए हैं, जिसका फायदा उन्हें चुनाव में मिलेगा तो कुछ निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाते हैं। बहरहाल राजनीति में हमेशा सबकुछ एकसमान नहीं रहता। ये कहते हुए विश्लेषकों ने सीएम की जीत को लेकर संदेह जताया है। कुछ का मानना है कि सीएम की जीत होगी।


