CISF आईजी पर भतीजी को बंधक बनाने का आरोप, रेस्क्यू कर टीम ले गई पटना

करोड़ों की मालिकिन है आईजी की भतीजी

CG Prime News@भिलाई.उतई आरटीसी (CISF) के आईजी संजय प्रकाश पर अपने बड़े भाई की बेटी को घर में बंधक बनाने का गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। रेस्क्यू करने पटना से आई महिला विकास मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीण मानवी टीम के साथ उतई आईजी बंगला पहुंची। जब दरवाजा खटखटाने लगे। उनकी पत्नी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद एसपी शलभ सिन्हा की मदद ली। उन्होंने साथ में उतई पुलिस को भेजा। पुलिस की मदद से बेटी को रेस्क्यू कर सखी सेंटर लाए। जहां सीडब्ल्यूसी का बयान हुआ। बेटी अपनी मौसी के साथ रेस्क्यू टीम उसे लेकर पटना चली गई।

महिला एवं विकास मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने बताया कि बिहार पटना से आई आईजी संजय प्रकाश की 22 वर्षीय भतीजी ग्रेजुएशन कर रही है। वर्ष 2022 में बैंक मैनेजर उसके पिता की गंभीर बीमारी में निधन हो गया। वर्ष 2016 में मां गुजर गई थी। पिता को खोने के बाद भतीजी अपने चाचा आईजी संजय प्रकाश के यहां एक साल से रहने लगी। एक साल बीतने के बाद उसे चाचा के यहां घुटन सा लगने लगा ठीक है। 2 अगस्त को उसने अपनी मौसी अनीता शर्मा को इंस्टाग्राम के जरिए संदेश दिया। यहां उसका दमघुटता है, रहना नहीं चाहती। उसे वापस घर पटना जाना है। उसकी मौसी ने महिला विकास मंच में शिकायत की। उसके शिकायत पत्र पढ़ने के बाद महिला विकास मंच की अध्यक्ष अरुणिमा, उपाध्यक्ष फायमा खातून और मौसी अनीता शर्मा को लेकर उतई पहुंची। जहां आईजी ने सहयोग नहीं किया। इसके बाद वापस दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा से संपर्क किया। पुलिस के साथ उतई आईजी के घर पहुंची। पुलिस की मदद से भतीजी को बच्ची रेस्क्यू करने में सफलता मिली।

सीडब्ल्यूसी बयान के बाद पटना ले जा रहे

वीणा मानवी ने बताया कि दुर्ग पुलिस की मौजूदगी में सीडब्ल्यूसी का बयान कराया गया। 22 वर्षीय युवती का मेडिकल चेकअप हुआ। पूछताछ में उसने कहा कि ग्रेजुएट कर रही है। वह अपना कॅरियर बनाना चाहती है। यहां नहीं रहेगी। कहीं निकलने नहीं देते, जिससे घर में रहकर उसका दम घुटता है। इसके बाद उसके चाचा संजय प्रकाश ने जमीन के दस्तावेज, बैंक अकाउंट दस्तावेज समेत अन्य जरूरी दस्तावेज को लौटा दिया। वीणा मानवी ने बताया कि आईजी ने उसके पापा के हिस्से की करीब 330 एकड़ जमीन में से 180 एकड़ जमीन को बेच दिया। एक ब्लैंक चेक में बच्ची से हस्ताक्षर कराया। उससे कहा कि 5 लाख रुपए उसके पिता के इलाज में खर्च किया। उसे ले लिया। क्या आईजी अपने बड़े भाई के लिए 5 लाख रुपे खर्च नहीं कर सकते। भतीजी 20 करोड़ मालकिन है। प्रॉपर्टी हड़पने की योजना होगी।