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Supela Hospital news

@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. भिलाई के सुपेला सरकारी अस्पताल में शराब के नशे में घुसकर पांच लड़कों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ कर दी। वहीं ड्यूटी में तैनात एक वार्ड बॉय और पुलिस जवान से भी मारपीट की। मामला मंगलवार सुबह 6:00 के लगभग का है। पुलिस ने बताया की इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार पांचों युवक अपने एक घायल साथी का उपचार कराने के लिए सुबह सुबह लाल बहादुर शास्त्री सुपेला अस्पताल पहुंचे थे। जब वार्ड बॉय ने उन्हें पर्ची कटाने के लिए कहा तो खुद को भाजपा नेता बताकर धौंस दिखने लगे। वार्ड बॉय से विवाद करने लगे। जब वार्ड बॉय ने ड्यूटी में तैनात कांस्टेबल को मौके पर बुलाया तो नशे में धुत युवकों ने कांस्टेबल से भी विवाद कर लिया। पुलिस को ना बुलाने की धमकी देते हुए सुपेला अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। वहीं सिपाही और वार्ड बॉय से मारपीट भी की। इस दौरान नर्स और डॉक्टर से भी आरोपी युवकों ने अभद्रता की। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।

डॉक्टर ने किया काम बंद
लाल बहादुर शास्त्री सुपेला अस्पताल में वार्ड बॉय, नर्सों और डॉक्टर से अभद्रता के विरोध में डॉक्टर्स ने आज काम बंद कर दिया है। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रखी गई है। सुपेला अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर पियाम सिंह ने बताया कि अस्पताल के स्टाफ से मारपीट करना दुर्भाग्यजनक है। इसलिए विरोध में काम बंद रखा गया है।

ये आरोपी हुए गिरफ़्तार

  1. अभय चौबे पिता राजीव चौबे उम्र 24 वर्ष पता चरोदा स्टेट बैंक के पास भिलाई 3
  2. गौतम सिंह राजपूत पिता सूर्यभान सिंह राजपूत उमर 21 वर्ष पता शांति पारा तलाब रोड
  3. सागर पटेल पिता स्वर्गीय रामलाल पटेल उमर 20 वर्ष पता तालाब के पास शांति पर भिलाई 3
  4. मुन्ना भिलाई 3
  5. गिरीश साहू पुरैना भिलाई 3 ड्राइवर

भिलाई. CG Prime News@ लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला के औचक निरीक्षण पर पहुंचे दुर्ग कलेक्टर नाराज हो गए। अस्पताल में गंदगी और मरीजों की बदहाली देखकर उन्होंने एक सप्ताह के भीतर व्यवस्था सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। व्यवस्था दुरूस्त नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। दरअसल गुरुवार को कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरेे सुपेला स्थित शास्त्री अस्पताल पहुंचे। गंदगी देखकर उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले का यह सबसे महत्वपूर्ण अस्पताल है लेकिन प्रबंधन द्वारा साफ-सफाई के प्रति एकदम लचर रवैया अख्तियार किया गया है। टायलेट गंदे हैं। कई जगहों पर पान के पीक से दीवारें रंगी हैं। यह बिल्कुल ही लापरवाह व्यवस्था है। एक सप्ताह के भीतर साफ-सफाई की व्यवस्था मुकम्मल करें, अगले हफ्ते इसी समय पुन: आउंगा। सफाई की ऐसी स्थित कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर के दौरे के दौरान भिलाई नगर निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी, सिविल सर्जन डॉ. बालकिशोर सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

कोविड को लेकर हो प्रभावी
कलेक्टर ने फीवर क्लीनिक, लैंब, माच्र्यूरी भी देखा। उन्होंने कहा कि फीवर क्लीनिक के संबंध में जो निर्देश पूर्व की बैठकों में दिए गए हैं। उनका प्रभावी रूप से पालन होना चाहिए। कोविड को लेकर जो प्रोटोकाल बताए गए हैं उनके मुताबिक ही काम हो। शवों को परिजनों को सौंपने के मामले में किसी तरह का विलंब नहीं हो। उन्होंने कहा कि कोविड से जुड़े हुए किसी भी तरह के कार्य में किसी तरह का विलंब नहीं होना चाहिए। शास्त्री अस्पताल में काफी संख्या में मरीज आते हैं इसके मुताबिक प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रबंधन की जिम्मेदारी है।

अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही

कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को कहा कि अस्पताल की बेहतरी के लिए डीएमएफ द्वारा सहयोग प्रदाय किया गया है। समय-समय पर हमेशा इस बाबत समीक्षा की जाती है कि अस्पताल की बेहतरी के लिए हम किस तरह से सहयोग कर सकते हैं लेकिन इसके बावजूद भी अस्पताल में प्रभावी व्यवस्था का नजर नहीं आना प्रबंधन की लापरवाही दिखा रहा है। यह व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। उन्होंने प्रभारी अधिकारी से अस्पताल में कार्यरत लोगों की पदस्थापना अवधि के संबंध में आज ही शाम को जानकारी देने के लिए कहा।

कबाड़ को लेकर जताई नाराजगी
कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में कबाड़ के यत्र तत्र रखे जाने को लेकर भी गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि प्रबंधन को यह सब देखना चाहिए। अस्पताल परिसर में सफाई सबसे अहम होती है। मरीजों की बेडशीट उनको दी जाने वाली अन्य सुविधाओं पर प्रबंधन प्रभावी रूप से निगरानी रखे।

जीवनदीप समिति की कलेक्टर लेंगे बैठक

कलेक्टर ने कहा कि साफ-सफाई के लिए यदि मौजूदा व्यवस्था सक्षम नहीं हो पा रही है तो इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कल ही जीवनदीप समिति की बैठक आहूत करने के बारे में कहा। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से अधोसंरचना मद में पर्याप्त फंड उपलब्ध कराया गया है। अस्पताल में आधारिक संरचना अच्छी है इसका प्रभावी लाभ मरीजों को मिलना चाहिए। अस्पताल के बेहतर संचालन के लिए और मरीजों को सुविधाएं मुहैया कराने में जीवनदीप समिति की प्रभावी भूमिका हो सकती है इसकी राशि का प्रयोग करें।