भिलाई . अक्षय ऊर्जा दिवस के मौके पर मंगलवार को रूंगटा आर-1 कॉलेज में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कराई गई। कॉलेज के इनीशिएटिव फॉर सोशल एंपावरमेंट क्लब के संयोजक डॉ अल्बर्ट जॉन वर्गिस के नेतृत्व में विद्युत विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रेजो राय ने छात्रों एवं एनएसएस के स्वयं सेवकों को कॉलेज में लगे सौ किलोवाट के सोलर पॉवर प्लांट का विजिट कराया। छात्रों को बताया गया कि सोलर एनर्जी वर्तमान समय की जरूरत है। कॉलेज में लगाए गए इस सोलर एनर्जी प्लांट से पूरा संस्थान रौशन होता है। इसके अलावा छात्रों को भिलाई-चरोदा में बने सोलर प्लांट की जानकारी भी दी गई। छात्रों को कहा गया कि वे अपने घरों में भी एक किलो वॉट की क्षमता वाले सोलर पैनल लगाकर बिजली के बिल में बचत करने के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अपना योगदान दे सकते हैं।
कार्यक्रम में विभाग के प्रोफेसर व एसएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सत्यधर्म भारती ने कहा कि भारत सरकार ने 2004 में अक्षय ऊर्जा दिवस की शुरुआत की थी। नई दिल्ली में पहले समारोह में 12,000 छात्रों की मानव श्रृंखला बनाई थी, जो अक्षय ऊर्जा को अपनाने में सभी की भूमिका को दर्शाती थी। आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया भर में प्राकृतिक संसाधनों की कमी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में अक्षय ऊर्जा दिवस लोगों को भारत में अक्षय ऊर्जा के विकास के बारे में जागरूक करने का काम करता है। यह दिन लोगों से तेल और कोयले जैसे पारंपरिक स्रोतों के बजाय हवा, सूरज की रोशनी और पानी जैसे स्रोतों का उपयोग करने का आग्रह करता है।