CG Prime News@कवर्धा. कवर्धा के लोहारीडीह हिंसा के बाद साहू समाज ने कवर्धा के पूर्व एसपी आईपीएस डॉ. अभिषेक पल्लव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साहू समाज के लोगों ने आरोपी प्रशांत साहू की पुलिस हिरासत में मौत और गांव के बाकी लोगों की पिटाई के मामले में आईपीएस पल्लव को जिम्मेदार ठहराया है। समाज के लोगों ेने सरकार से आईपीएस को बर्खास्त करने करने के साथ उस पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। साथ ही हिंसाग्रस्त तीनों परिवारों के लिए 1-1 करोड़ रुपए मुआवजे की मांग की है। इसके लिए सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है।
एडिशनल कलेक्टर को बनाया जांच अधिकारी
लोहारीडीह हिंसा के बाद सरकार की ओर से मामले की जांच के लिए एडिशनल कलेक्टर निर्भय साहू को जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया है। अधिकारी 15 सितंबर को शिव प्रसाद साहू की मौत के बाद आगजनी में रघुनाथ साहू की मौत के कारणों और घटनाक्रम की जांच करेंगे। लोहरीडीह में हुई घटना में तीनों मृतक साहू समाज से ही हैं, इसलिए रविवार को 16 सदस्यीय सामाजिक जांच टीम लोहारीडीह पहुंची थी। टीम ने तीनों ही मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर घटना का सिलसिलेवार ब्योरा लिया और मौजूदा हालात पर चर्चा की।
मृतक प्रशांत साहू का बेटा हुआ अनाथ
भुनेश्वर साहू के मुताबिक प्रशांत की मौत के बाद उसका 8 साल का बेटा अनाथ हो गया है। प्रशांत की पत्नी की कुछ साल पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में और ऐसा कोई सक्षम सदस्य नहीं है, जो बच्चे का पालन पोषण कर सके। सरकार से बच्चे की पढ़ाई, सरकारी नौकरी और 1-1 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग रखी गई है। इस मामले में गांव के 161 लोगों पर एफआईआर हुई है और 70 लोग अरेस्ट हुए हैं। उन्हीं में प्रशांत साहू भी शामिल था जिसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। घटना को समाज ने प्रशासन की नाकामी बताया है।
न्यायिक जांच की मांग
छत्तीसगढ़ साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रशांत साहू की मौत के मामले में दोषी पुलिस वालों पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने शिवप्रकाश और रघुनाथ की मौत की न्यायिक जांच की भी मांग की है।
वहीं उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि लोहारीडीह में हुई घटना दो परिवारों के बीच पुरानी रंजिश को लेकर हुई। शिवप्रकाश की मौत को लेकर अफवाह फैलाई गई कि रघुनाथ साहू ने ही उसकी हत्या की है। उन्होंने कहा, इसके चलते गांव वाले आक्रोशित हुए और फिर रघुनाथ की घर में आगजनी के चलते मौत हो गई।