जीडीआर रुंगटा कॉलेज ने निगम को नहीं दिया 23 करोड़ बकाया, नोटिस जारी

कॉलेज प्रबंधन ने 19 साल से प्रॉपर्टी टैक्स का नहीं किया भुगतान

भिलाई. जीडीआर रुंगटा कॉलेज ने भिलाई नगर निगम को पिछले १९ सालों से प्रापर्टी टैक्स का भुगतान नहीं किया है। माली हालत खराब होने की वजह से आखिरकार नगर निगम ने लम्बी रिकवरी के लिए कॉलेज प्रबंधन को नोटिस जारी कर दिया है। बता दें कि निगम में काम करने वाले नियमित कर्मचारियों और एजेंसी के कर्मियों को वेतन देने में निगम को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में निगम ने यह नोटिस जारी किया है।

राजस्व विभाग ने एक संस्था को 19 साल से प्रॉपर्टी टैक्स नहीं जमा करने की वजह से 23 करोड़ 61 लाख 92 हजार 73 रुपए का बकाया नोटिस थमाया है। जीडीआर एजुकेशन संस्था को यह नोटिस दिया गया है। निगम बकायादारों को अब नोटिस इस वजह से सर्व कर रही है, क्योंकि निगम की माली हालत खराब होते जा रही है। यहां काम करने वाले नियमित कर्मचारी और एजेंसी के कर्मियों को हर माह वेतन भी बराबर नहीं मिल रहा है। संस्था ने नगर निगम को 2004-05 से 2023-24 तक प्रॉपर्टी टैक्स 16 करोड़ 08 लाख 81 हजार 646 रुपए नहीं दिया है। इसी तरह से समेकित कर 21 लाख, 46 हजार 560 रुपए बकाया है। शिक्षा उपकर का 1 करोड़ 64 लाख 70 हजार 489 रुपए बकाया है। इसी तरह से ठोस अपशिष्ट उपयोगकर्ता शुल्क का 2 करोड़ 61 लाख 66 हजार 400 रुपए बकाया है।

3 करोड़ 7 लाख 83 हजार 141 रुपए जुर्माना

संस्था पर भिलाई नगर निगम ने 3 करोड़ 7 लाख 83 हजार 141 रुपए बतौर जुर्माना लगाया है। अगस्त 2024 को ही संस्था को निगम ने नोटिस थमाया है। बकायादारों को नगर निगम के आयुक्त के निर्देश पर राजस्व विभाग तलाश करके नोटिस थमा रहा है।

हर माह वेतन देना हो गया है मुश्किल

भिलाई नगर निगम के कर्मियों को करीब एक साल से वेतन देना भी मुश्किल हो रहा है। यहां के जो कर्मचारी रिटायर्ड हो चुके हैं। उनका अंतिम भुगतान बकाया है। निगम में काम करने वाली ठेका एजेंसियों का भुगतान भी रोक रोककर किया जा रहा है।

आवासों की संख्या 25 फीसदी बढ़ी

निगम क्षेत्र में मौजूद आवासों की संख्या लगातार बढ़ रही है। निगम गठन के बाद आवासों की संख्या में करीब 25 फीसदी तक इजाफा हुआ है। निगम की ओर से हर आवास तक प्रॉपर्टी टैक्स अदा करने के लिए नोटिस तक नहीं भेजी जाती है। वित्त वर्ष के आखिरी दो माह में लोग खुद निगम में आकर प्रॉपर्टी टैक्स अदा करते हैं।