मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के घर ED को मंगवानी पड़ी नोट गिनने की मशीनें, कस्टम मिलिंग घोटाले की जांच, 18 घंटे चली छापेमार कार्रवाई

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में कस्टम मिलिंग घोटाले में डोंगरगढ़ में शनिवार को मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट (maa bamleshwari mandir trust) के अध्यक्ष और राइस एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल के घर ईडी ने छापा मारा था। यह छापेमार कार्रवाई लगभग 18 घंटे तक चली। इस दौरान ईडी (ED Raid in cg) के अधिकारियों ने कैश गिनने के लिए नोट गिनने की मशीनें भी मंगवाई थी। इसके बाद ईडी की टीम घर से कैश और दस्तावेज लेकर रवाना हो गई। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के बाद राइस मिलर्स में हड़कंप मच गया है। वहीं छापे के दौरान भारी भरकम कैश देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए थे।

कस्टम मिलिंग घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों की टीम ने शनिवार को डोंगरगढ़ और रायपुर में एक साथ छापेमार कार्रवाई की थी। मिली जानकारी के अनुसार देर रात स्थानीय पुलिस के साथ 2 सील बंद बैग लेकर ईडी के अधिकारी रायपुर के लिए रवाना हुए। बताया जा रहा है कि मनोज अग्रवाल के घर से बरामद हुए रुपए गिनने के लिए टीम को 2 मशीनें मंगवानी पड़ी थीं।

इस तरह बनाया गया था वसूली का सिस्टम

ED की जांच में ये पाया गया कि, तत्कालीन जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा को मनोज सोनी ने रोशन चंद्राकर के माध्यम से निर्देश दिया था। इसमें कहा गया था कि उन्हीं राइस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है, जिन्होंने वसूली की राशि रोशन चंद्राकर को दे दी है।

किन राइस मिलर्स को भुगतान किया जाना है, इसकी जानकारी संबंधित जिले के राइस मिलर्स एसोसिएशन के जरिए मिलती थी। रोशन चंद्राकर जिन मिलर्स की जानकारी प्रीतिका को देता थे, उनका भुगतान कर बाकी मिलर्स की राशि रोक दी जाती थी।

कस्टम मिलिंग मामले में हुई भष्टाचार की जांच और मनोज सोनी की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने राइस मिलर्स को समंस जारी किया है। वहीं, एसोसिएशन से जुड़े कई लोगों ने ED दफ्तर पहुंच कर अपने बयान दर्ज कराए हैं। पूछताछ में सहयोग नहीं करने और समंस के बाद भी नहीं आने वाले अधिकारियों और एसोसिएशन से जुड़े लोगों को जल्द ही ED गिरफ्तार कर सकती है।