@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष गोमती साय को बनाया है। दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर को पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं अनुसूचित जाति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुरु खुशवंत साहेब बनाए गए हैं। लता उसेंडी को बस्तर विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसे लेकर आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची को मध्य क्षेत्र का उपाध्यक्ष बनाया गया है।
पहली बार चुनाव लड़े और जीते भी
दुर्ग ग्रामीण के विधायक ललित चंद्राकर ने बीकॉम तक की पढ़ाई की है। उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और जीत भी गए। चंद्राकर साल 2000 में दुर्ग के युवा मोर्चा के महामंत्री थे। युवा मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य भी रह चुके हैं। दुर्ग ग्रामीण इलाके में सक्रिय भाजपा नेता के तौर पर जाने जाते हैं। कुर्मी समाज से आते हैं। चुनावी अभियान में संगठन में कई तरह की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
लता उसेंडी को प्राधिकरण की कुर्सी से करना पड़ेगा संतोष
पिछली सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकीं लता उसेंडी को मंत्री बनाए जाने की चर्चा रही, लेकिन उसेंडी को प्राधिकरण में मिली कुर्सी से ही संतोष करना होगा। जब प्रदेश में सरकार नहीं थी, तब भी उसेंडी संगठन में बड़े पदों पर रही हैं। हाल ही में ओडिशा में प्रभार मिल चुका है। बस्तर में भाजपा की महिला नेता के तौर पर इकलौता चेहरा है। इस वजह से बस्तर क्षेत्र आदिवासी प्राधिकरण में इन्हें जिम्मेदारी दी गई है।
गोमती और खुशवंत को मिली जिम्मेदारी
गोमती साय ने 12वीं तक पढ़ाई की है। पिछली बार लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। सरगुजा संभाग की बीजेपी की मजबूत महिला नेता है। जिला पंचायत अध्यक्ष बनकर राजनीतिक करियर शुरू किया था। आदिवासी कंवर समाज में अच्छी पकड़ रखती हैं। 35 साल के खुशवंत साहेब ग्रेजुएट हैं। सतनामी समाज के धर्मगुरु बाल दास के बेटे हैं । विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा ज्वाइन की थी। आरंग क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व मंत्री को चुनाव हराने में कामयाब रहे। सतनामी समाज में भारतीय जनता पार्टी अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है, इसका फायदा खुशवंत को मिला है।
