भिलाई@CG Prime News. जिला दुर्ग मचांदूर चौकी ग्राम मात्रोडीह के एक युवा किसान ने अपने ही खेत के कौहा पेड़ में फांसी लगाकर खिदकुशी कर ली। किसान की धान फसल बीमारी से पूरी पीली पड़ गई थी। दवा छिड़काव के बाद भी फसल की बीमारी ठीक नहीं हुई, जिससे हताश होकर आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस को किसान के जेब से एक सुसाइडलनोट मिला है, जिसमें धान फसल में लगी बीमारी की जिक्र किया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
मचांदुर चौकी प्रभारी श्याम लाल नेताम ने बताया कि घटना शनिवार देर रात मात्रोडीह निवासी दुगेश निषाद (36वर्ष) घर निकल गया रविवार को सुबह 8 बजे सूचना मिली कि खेत में कौहा के पेड़ पर लायलॉन की रस्सी से फांसी का फंदा बनाकर झूल गया है। मौके पर पहुंचे शव को फांसी के फंसे से नीचे उतारा गया। दुगेश की जेब की तलाशी ली गई तो एक सूसाइडनोट मिला। जिसमें वह अपनी परेशानी का जिक्र किया है। बता दें कि छ.ग ग्रहमंत्री ताम्रध्वज साहू का यह विधानसभा क्षेत्र है|
तीन बार दवा छिड़काव किया, लेकिन बीमारी नहीं हुई खत्म
दुगेश ने सुसाइडलनोट में लिखा है कि मेरी फसल बीमारी से पीली पड़ गई। तीन बार दवा का छिड़काव किया। फिर भी बीमारी खत्म नहीं हुई। मैं स्वयं फांसी लगाकर खुदकुशी कर रहा हूं। बता दे कि दुगेश साढे तीन एक खेत रेगा में लिया था और तीन एकड़ खुद का खेत था। साढ़े छह एकड़ में धान की फसल लगाया था। आधी से अधिक फसल पीली पड़ गई। इस साल बारिश अच्छी होने से धान की फसल अच्छी थी, उसे उम्मीद थी कि इस बार उसका धान बहुत अच्छा होगा। लेकिन फसल में बीमारी से चौपट हो गई। फसल बरबाद हो जाने से हताश हो गया। इसी चिंता में वह जिस खेत में धान बोया है, उसी खेत के पेड़ में फांसी लगाकर जान दे दी।