साइबर अपराधियों ने बदल दिया क्राइम का तरीका, आपको यह रखनी है सावधानी

साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए सरपंचों को पुलिस ने दी जानकारी, अनजान फ़ोन कॉल, लिंक और मैसेज से सावधान रहे

CG Prime News@बिलासपुर. रतनपुर थाना पुलिस ने इलाक़े के सरपंचों की बैठक लेकर साइबर क्राइम से बचाव के टिप्स दिए और सावधानी बरतने की अपील की। प्रशिक्षु आईपीएस अजय कुमार ने बताया कि साइबर फ्राड से बचने  की एक मात्र उपाय सावधानी बरतना है। कोई भी अपनी प्राइवेसी को किसी से न शेयर करें। अनजान लिंक और मोबाइल पर रिप्लाई नहीं करना है।

बता दें बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर उन्होंने रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायतों के सरपंचों की एक बैठक बुलाई। सरपंचों को साइबर धोखाधड़ी के नए तरीकों, साइबर अपराध धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाने के तरीके बताए गए। साथ ही साइबर अपराध के संबंध में जागरूक किया। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से ओटीपी न शेयर करने, अनजान लिंक पर क्लिक न करने की अपील की। उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल युग में साइबर क्राइम सबसे आम एवं सबसे खतरनाक स्वरूप ले रहा है।

निजी जानकारी साझा नहीं करने की दी गई सलाह

साइबर अपराधी आम नागरिकों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। तकनीकों की मदद से तथा जनता में जागरूकता फैलाकर ही कम किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं को ओटीपी शेयर न करने, अवांछित लिंक पर क्लिक न करके,पासवर्ड मजबूत रखने, अनजान लोगों से आनलाइन दोस्ती न करने, ब्लैकमैल न होने के बारे में बताया।

पुलिस के लिए साइबर क्राइम अब चुनौतियां

पुलिस को यह पता नहीं होता कि साइबर अपराधी कहां बैठकर अपराध कर रहा है। इस अपराध के कोई भौतिक फुटप्रिंट नहीं आते हैं। डिजिटल फुटप्रिंट पर पहुंचकर भी कई बार पुलिस असफल होती है। नये-नये तरीकों से साइबर अपराधी अपराध कर रहे हैं।

कठिन पासवर्ड बनाएं, ताकि खोलने में मुश्किल हो

रतनपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को सलाह दी है कि अनजान व्यक्ति को ओटीपी नंबर शेयर नहीं करें। साथ ही मोबाइल नंबर, नाम और जन्म तिथि से पासवर्ड नहीं बनाए। पासवर्ड साधारण नहीं, बल्कि हार्ड बनाए और इसे याद भी रखें। सलाह यह भी दी गई है कि रिफंड,जॉब्स, लॉटरी, कैशबैक, गिफ्ट आदि के प्रलोभनों से पूरी तरह बचने की कोशिश करें। लालच में पड़कर अधिकांश लोग अपनी पूरी गाढ़ी कमाई गवां बैठते हैं।