Big News: छत्तीसगढ़ में युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह को भाजपा ने पार्टी से निकाला, आदिवासियों के विरोध को देख लिया एक्शन, जानिए पूरा मामला

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@जगदलपुर. बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में भाजपा नेता व युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष अजय सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। उन पर आदिवासी युवक को जातिगत गालियां देने के मामले में एफआईआर दर्ज है। प्रदेश महामंत्री जगदीश रामू रोहरा ने मंगलवार को आदेश जारी किया है। उन्होंने इसे पार्टी के खिलाफ और अनुशासनहीनता बताया है। बतां दे कि पुलिस ने दो दिन पहले ही भाजपा नेता और युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह को गिरफ्तार लिया था, जो अभी जेल में बंद हैं। अजय सिंह कुछ महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

इस विवाद के बाद भड़के आदिवासी
दरअसल, भैरमगढ़ में बंद पड़ा क्रशर प्लांट फिर से खोला गया है। यहां ब्लास्टिंग से आसपास के घरों में दरारें आनी शुरू हो गईं थी। इलाके के लोगों ने इसकी जानकारी अजय सिंह को दी। इसके बाद 16 जुलाई को अजय सिंह कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने प्लांट का विरोध किया। इस दौरान क्रशर को लीज पर लेने वाले ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से उनका विवाद हुआ। वहां सुरेश के साथ एक आदिवासी युवक भी था। आरोप है कि अजय सिंह ने उस युवक को जातिगत गालियां दीं। इसके बाद युवक सुरेश चंद्राकर के साथ दूसरे दिन थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया था।

कलेक्ट्रेट का किया था घेराव
भाजपा नेता अजय सिंह पर FIR दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर आदिवासी समाज सड़क पर उतर आया था। आदिवासी समाज के सैकड़ों लोगों ने बीजापुर कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव भी किया था। हालांकि प्रशासन और पुलिस के आश्वासन के बाद समाज के लोग लौट गए थे। दूसरी ओर एक दिन पहले कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अजय सिंह की गिरफ्तारी की मांग की थी। उन्होंने अजय सिंह को गुंडा बताया था। साथ ही उन पर कई तरह के आरोप भी लगाए थे।

पहले कांग्रेस ने पार्टी से निकाला
अजय सिंह पहले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से शामिल थे। करीब दो साल पहले उन्हें कांग्रेस ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। अजय सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। अजय सिंह ने स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी के खिलाफ मोर्चा खोला था। वे विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। अजय सिंह दिवंगत नेता और बस्तर टाइगर के नाम से पहचाने जाने वाले महेंद्र कर्मा के करीबी थे। जब कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आई तो इन्हें युवा आयोग का सदस्य बनाया गया था। पार्टी से निकाले जाने के बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे।