Durg university : किसको मिलेगी कुलपति की कमान, महीनेभर में फैसला, आवेदन मांगे

भिलाई . हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा का कार्य काल समाप्त होने के बाद प्रभार दुर्ग संभागायुक्त एसएन राठौर को दिया गया है। इसके साथ ही राजभवन ने स्थाई कुलपति की नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है। राजभवन ने 11 सितंबर को नए कुलपति का चयन करने के लिए प्रोफेसरों से आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

संभवत: महीनेभर में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के लिए नए कुलपति की खोज पूरी हो सकती है। हेमचंद विश्वविद्यालय ने कुलपति चयन समिति के लिए अपने स्तर पर भी एक नाम राजभवन को भेज दिया है। बता दें कि यह नियुक्ति हेमचंद विश्वविद्यालय के तीसरे स्थाई कुलपति के लिए होगी।

हेमचंद विवि को इस तरह मिले कुलपति

हेमचंद विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद साइंस कॉलेज दुर्ग के प्रोफेसर डॉ. एनपी दीक्षित को प्रथम कुलपति का दायित्व दिया गया था। इसके बाद जब उनका कार्यकाल समाप्त हुआ तब दुर्ग साइंस कॉलेज के ही वरिष्ठ प्रोफेसर और विश्वविद्यालय के डीन डॉ. ओपी गुप्ता अस्थाई तौर पर कुलपति के प्रभार में रहे।

उनके बाद पं. रविशंकर शुक्ल विवि के प्रोफेसर डॉ. शैलेंद्र सराफ ने कुलपति का पद संभाला, लेकिन उन्होंने पूरा कार्यकाल नहीं देखा और उससे पहले रिजाइन देकर वापस रविवि लौट गए। इसके बाद राजभवन ने संभागायुक्त महादेव कावरे को कुलपति का प्रभार दिया गया। इसके बाद राजभवन ने नए कुलपति की खोज शुरू की थी, इसी दौरान डॉ. अरुणा पल्टा को तत्कालीन राज्यपाल अनुसुइया उइके ने हेमचंद विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया था।

कब तक हो सकती है नियुक्ति

रविवि के प्रोफेसरों ने कुलपति पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। विवि के पूर्व कुलपति डॉ. शैलेंद्र सराफ भी रविवि के ही प्रोफेसर थें। राजभवन ने स्थाई कुलपति के लिए आवेदन करने उम्मीदवारों को 4 अक्टूबर तक का समय दिया है। इस बीच उन्हें आवेदन करने होंगे। इसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह नियुक्ति जल्द से जल्द हो जाएगी। हेमचंद विश्वविद्यालय को अक्टूबर आखिर या नवंबर के मध्य तक नया कुलपति मिलने की कयास लगाई जा रही है।

हमारे प्रोफेसर क्यों नहीं बनते वीसी?

संभाग में कुलपति पद की शैक्षणिक योग्यता, प्रशासनिक अनुभव और पेस्केल जैसी आर्हताएं पूरे करने वाले प्राध्यापक है ही नहीं। नए नियम से कुलपति पद के लिए वही काबिल माना जाएगा, जिसके पास विवि यूटीडी में बतौर प्रोफेसर 10 वर्षों का अनुभव होगा। इसके साथ ही ग्रेड-पे भी 10 हजार जरूरी कहा गया है। आवेदक का एकेडमिक एक्सीलेंस भी चाहिए।

.राजभवन ने विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति की नियुक्ति के लिए आवेदन जारी कर दिया है। प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी के बाद चयन समिति टॉप-3 उम्मीदवारों के नाम लिफाफे में बंद कर कुलाधिपति को भेजेंगे। इसके बाद कुलाधिपति के जरिए किसी भी एक पर मुहर लगेगी और विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिल जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।
भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव, हेमचंद विश्वविद्यालय