राजनांदगांव। नक्सल उन्मूलन की दिशा में राजनांदगांव रेंज पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। एमएमसी जोन से जुड़े 12 शस्त्रधारी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिन पर कुल 2 करोड़ 95 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सभी नक्सलियों ने शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।
आत्मसमर्पण कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद, आईजी राजनांदगांव रेंज अभिषेक शांडिल्य, आईटीबीपी उप महानिरीक्षक अनवर इलाही सहित सभी जिला पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे।
रामधेर समेत 12 माओवादी आत्मसमर्पित
आत्मसमर्पित नक्सलियों में एमएमसी जोन का सीसीएम रामधेर उर्फ होरूपु, जिस पर 1 करोड़ 5 लाख का इनाम था, शामिल है। इनके साथ 11 अन्य नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया, जिन पर विभिन्न श्रेणियों में 6 लाख से 33 लाख रुपए तक के इनाम घोषित थे।
आत्मसमर्पण के साथ सौंपे 10 हथियार
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AK-47 : 03
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INSAS : 03
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SLR : 01
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.303 रायफल : 02
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30 कार्बाइन : 01
पुनर्वास से पुनर्जीवन, नीति का प्रभाव
नक्सलियों ने स्वीकार किया कि CPI माओवादी संगठन की विचारधारा खोखली है और वर्षों से वे शोषण, हिंसा और दबाव का सामना कर रहे थे। शासन की पुनर्वास नीति और पुलिस की विश्वास-बहाली पहल ने उन्हें मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया।
सुरक्षा बलों की रणनीति का परिणाम
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नक्सल विरोधी अभियान
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ग्रामीण क्षेत्रों में सिविक एक्शन कार्यक्रम
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सड़क, बिजली, नेटवर्क और विकास कार्यों का विस्तार
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जन संवाद एवं सामुदायिक पुलिसिंग