CG Prime News@भिलाई.White tigress Jaya dies in Maitri Garden Zoo Bhilai भिलाई के मैत्री गार्डन जू में सोमवार को सफेद बाघिन जया की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। बाघिन का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। मृत बाघिन जया को रायपुर के नंदन कानन वन से एक्सचेंज कर मैत्री बाग जू में लाया गया था। बाघिन की मौत की पुष्टि वन विभाग के अधिकारियों ने की है।
जया की संदिग्ध मौत से मैत्री गार्डन में मचा हड़कंप, पीएम रिपोर्ट का इंतजार
पोस्टमार्टम के बाद सामने आएगी मौत की असली वजह
मिली जानकारी के अनुसार मैत्री बाघ जू में बाघिन जया कल तक बिल्कुल ठीक थी। शुरुआती जानकारी के अनुसार उसके पेट में इंफेक्शन होने की वजह से उसकी मौत की बात सामने आ रही है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही जया की मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
हर साल आते हैं लाखों पर्यटक
मैत्री बाग जू में हर साल लगभग प्रदेश के कोने-कोने से 12 लाख पर्यटक पहुंचते हैं। छुट्टियों और त्योहारों के दिनों में यहां भारी भीड़ देखने को मिलती है। इसके बावजूद यहां होने वाला खर्च आय से कई गुना अधिक है। जू के संचालन में कुल 50 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें नियमित और ठेका कर्मचारी शामिल हैं। बीएसपी प्रबंधन हर साल करीब 4 करोड़ रुपए खर्च करता है, जबकि 20 रुपए प्रति टिकट के हिसाब से कुल आय सिर्फ 1.5 करोड़ रुपए होती है।
मैत्री बाघ में हुआ 19 बाघों का जन्म
मिनी इंडिया भिलाई का मैत्री बाग जू देश में सफेद बाघों के सबसे महत्वपूर्ण संरक्षण केंद्रों में गिना जाता है। 1990 में नंदन कानन से यहां पहला सफेद बाघ जोड़ा लाया गया था। तब से लेकर अब तक कुल 19 सफेद बाघों का जन्म इसी जू में हुआ है। इनमें से 13 को राजकोट, कानपुर, बोकारो, इंदौर, मुकुंदपुर और रायपुर सहित छह राज्यों में भेजा जा चुका है। जया की मौत के बाद अब यहां 5 सफेद बाघ मौजूद हैं। देश में सफेद बाघों की कुल संख्या लगभग 160 आंकी जाती है, जिनमें से 19 अकेले मैत्री बाग की देन हैं।