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सूरजपुर| सूरजपुर जिले के पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब जन्मदिन पर पुलिस जवानों को छुट्टी मिलेगी। इस योजना की शुरुआत 1 जुलाई 2025 को थाना सूरजपुर में पदस्थ एएसआई नंदलाल सिंह और विवेकानंद सिंह के जन्मदिन से की गई।

डीआईजी ठाकुर ने कहा कि, पुलिस कर्मी 24 घंटे काम करते हैं। कई बार वे अपना जन्मदिन भी नहीं मना पाते। कुछ जवान ड्यूटी के कारण अपने परिवार से दूर रहते हैं। कई बार तो छुट्टी  मिलने के बावजूद हालात को देखते हुए उन्हें अपनी छुट्टियां कैंसिल करनी पड़ जाती हैं। लेकिन अब सूरजपुर पुलिस के जवानों व अधिकारियों को उनके बर्थ डे वाले दिन उन्हें ड्यूटी से राहत देते हुए उन्हें छुट्टी अथवा परमिशन दी जाएगी।

योजना की हुई शुरुआत

सोमवार को एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने थाना सूरजपुर में पदस्थ एएसआई नंदलाल सिंह व विवेकानंद सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर केक कटवाकर उन्हें पुलिस परिवार की ओर से जन्म दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए इस योजना की शुरूआत की है।

छुट्टी देने का ये है उद्देश्य

जन्मदिन पर छुट्टी देने का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को उनके जीवन में महत्वपूर्ण दिवस पर राहत प्रदान करना है। अब से पुलिस अधिकारी व जवान अपने परिवार के साथ अपना जन्मदिन मना पाएंगे। इसके लिए थाना-चौकी प्रभारियों को भी निर्देश दिए गए हैं।

बलरामपुर। CG Weather Alert: छत्तीसगढ़ के सरगुजा अंचल में मूसलाधार बारिश हो रही है। यहां के बलरामपुर रामनुजगंज जिले में लगातार हो रही भारी बारिश से सभी नदी नाले उफान पर हैं। इसके चलते कई घटनाएं भी हो रही। दो अलग-अलग घटना में पहाड़ी कोरवा महिला और उसके दो साल के बेटे सहित तीन लोगों की बाढ़ में बहने से मौत हो गई है। घटना बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ विकासखंड की है।

मां-बेटे की मौत

बलरामपुर-रामानुजगंज जिला निवासी एक महिला सोमवार की देर शाम मायके से पैदल लौट रही थी। उसकी गोद में उसका 2 साल का बेटा भी था। इसी बीच नाला पार करते समय पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। दोनों मां बेटे का शव मंगलवार को मिला है। शव मिलने के बाद शंकरगढ़ के लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना के बाद से शंकरगढ़ इलाके में शोक है।

शंकरगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम आमगांव निवासी पहाड़ी कोरवा महिला रजनी पति विशुन 20 वर्ष अपने मायके ग्राम रकैया गई थी। सोमवार की शाम वह अपने 2 वर्षीय पुत्र आनंद को गोद में लेकर मायके से पैदल आमगांव के लिए निकली थी। वह रास्ते में पड़ने वाले बढ़नीझरिया नाले को पार कर ही रही थी कि पानी के तेज बहाव में मां-बेटा बह गए। नाले में डूब जाने से उनकी मौत हो गई।

सेंदुर नदी में बहा कोटवार

बलरामपुर जिले में सेंदुर नदी पार करने के दौरान कोटवार बह गया। कोटवार जनेउधारी सोनवानी (48 वर्ष) महावीरगंज में मुनादी कर लौट रहा था। जनेउधारी सोनवानी मंगलवार को मुनादी करने गया था। वापसी में उसने पुल के रास्ते के बजाए शॉर्टकट में नदी पार करने का रास्ता चुना। लोगों ने इसकी जानकारी जिला प्रशासन की टीम को दी। तहसीलदार और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। नगर सेना के गोताखोरों को बुलाया गया। कोटवार की तलाश की गई लेकिन कोटवार का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।

16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

बता दें कि छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आज (बुधवार) को सूरजपुर, कोरिया, रायगढ़, बस्तर, कांकेर, बीजापुर, बालोद, धमतरी सहित 16 जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश की आशंका है।

बारिश में उफान पर हैं नदी-नाले

सरगुजा संभाग में पिछले 4 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर हैं। बलरामपुर जिले से बहने वाली नदियां व नालों में भी पानी भरा हुआ है। सोमवार की शाम को ही मछली मारने गया एक युवक भी शंकरगढ़ इलाके में बह गया था, इससे उसकी मौत हो गई थी।

रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने नवा रायपुर स्थित निवास से ‘‘मोर गोठ ल सुनगा, हर घर मुनगा‘‘ अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने मुनगा के पौधे का रोपण कर पानी डाला। उन्होंने कहा कि मुनगा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह बच्चों और महिलाओं के पोषण के स्तर में सुधार लाता है।

कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजवाड़े ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और मुनगा (सहजन) का पौधारोपण कर अभियान की विधिवत शुरुआत की।

उन्होंने कहा कि मुनगा न केवल एक पौष्टिक सब्जी है, बल्कि यह बच्चों और माताओं के पोषण स्तर को सुधारने में अहम भूमिका निभाएगा।

मंत्री राजवाड़े ने इस पहल को जन-आंदोलन में बदलने की अपील करते हुए कहा कि हर घर में मुनगा का पौधा लगाकर हम कुपोषण के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ सकते हैं।

पोषण और हरियाली को बढ़ावा देना है उद्देश्य

पोषण और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग और रायपुर जिला प्रशासन द्वारा इस नई पहल की शुरुआत की गई। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, कर्मचारी तथा निवास कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे।

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर राजधानी रायपुर का आसमान देशभक्ति और गर्व के रंगों से सराबोर होगा। भारतीय वायुसेना की प्रतिष्ठित ‘सूर्य किरण एरोबेटिक टीम’ रायपुर में एक भव्य एरोबेटिक डिस्प्ले प्रस्तुत करेगी।

यह आयोजन रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश के युवाओं और नागरिकों में देशभक्ति, प्रेरणा और राष्ट्रीय गौरव की भावना को और अधिक प्रबल करना है।

भारतीय वायुसेना की ‘सूर्य किरण’ टीम

इस विशेष कार्यक्रम की स्वीकृति स्वयं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदान की है। उन्होंने बताया कि सांसद बृजमोहन अग्रवाल के आग्रह पर भारतीय वायुसेना की ‘सूर्य किरण’ टीम को रायपुर में प्रदर्शन के लिए प्रस्तावित समय पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए भारतीय वायुसेना की टीम द्वारा निर्धारित अभ्यास एवं सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए संपूर्ण कार्यक्रम आयोजित होगा।

स्थापना दिवस पर ऐतिहासिक आयोजन

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सोशल मीडिया में पोस्ट करते हुए लिखा कि यह बताते हुए अत्यंत हर्ष और गर्व हो रहा है कि, 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस Foundation Day 2025) के अवसर पर राजधानी रायपुर के आसमान में भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण एरोबेटिक’ का प्रदर्शन किया जाएगा। यह भव्य आयोजन हमारे युवाओं में देशभक्ति, अनुशासन और राष्ट्रीय गर्व का भाव जगाएगा तथा राज्य स्थापना दिवस को और भी गौरवमयी बना देगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मेरे प्रस्ताव को स्वीकृति दी और भारतीय वायुसेना की टीम को रायपुर भेजने की अनुमति प्रदान की। यह आयोजन निश्चित रूप से प्रदेशवासियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। जय हिंद! जय छत्तीसगढ़!

मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रथयात्रा के दिन, लोरमी थाना क्षेत्र अंतर्गत चार युवकों ने मिलकर अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। युवक को पहले धारदार हथियार से गोदा गया और फिर हाथ-पैर बांधकर नदी में फेंक दिया गया।

सूत्रों के अनुसार, मृतक युवक के सीने पर करीब 15 गहरे घावों के निशान मिले हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वारदात को अत्यंत क्रूरता के साथ अंजाम दिया गया है।

जानें पूरा मामला

यह पूरा मामला लोरमी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, ये दर्दनाक वारदात 27 जून की शाम को हुई। डबरीपारा वार्ड नंबर 2 का रहने वाला दशरथ शाम को दोस्तों के साथ घूमने की बात कहकर घर से निकला था। रात तक नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन छोटे भाई संजय वर्मा ने लोरमी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस युवक की तलाश में जुट गई। युवक के परिचितों और दोस्तों से जानकारी जुटाई जा रही थी।

इस हाल में मिली लाश

तलाशी के दौरान पुलिस को सूचना मिली मनियारी नदी के कंकालिन मंदिर घाट के पास पानी में एक युवक की लाश पड़ी है। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। SDRF की मदद से शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान हाथ-पैर बंधे हुए थे और सीने में 12 से 15 वार के निशान थे। शव की पहचान संजय वर्मा ने अपने बड़े भाई दशरथ के रूप में की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और अज्ञात आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया।

ऐसे हुआ मर्डर का खुलासा

इसी दिन पुलिस ने एक अलग मारपीट मामले में चार संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान एक युवक ने खुलासा किया कि दशरथ से उसकी पुरानी रंजिश थी। इसी रंजिश के चलते चारों ने युवक को मनियारी नदी के कंकालिन मंदिर घाट पर बुलाया गया। वहां पहले उसे बुरी तरह पीटा गया फिर चाकुओं से गोद डाला।

पुलिस कर रही पूछताछ

मामले में लोरमी थाना प्रभारी अखिलेश वैष्णव ने बताया कि आरोपियों में से एक पर पहले से 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं। चारों से पूछताछ जारी है। हत्या में इस्तेमाल हथियार की तलाश की जा रही है। पुलिस जल्द ही इस मामले में और खुलासे की बात कह रही है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। भारत सरकार ने राज्य के वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन को सेवा विस्तार देने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही वे छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे मुख्य सचिव बन गए हैं जिन्हें कार्यकाल समाप्ति के बाद भी एक्सटेंशन मिला है।

नया मुख्य सचिव चुनने पर नहीं हुआ फैसला

राज्य सरकार के पास नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर कई विकल्प मौजूद थे, लेकिन किसी पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया। इसी बीच केंद्र सरकार की सहमति के बाद अमिताभ जैन को कार्यकाल विस्तार दे दिया गया है।

अनुभव के दम पर मिला भरोसा

1989 बैच के आईएएस अधिकारी अमिताभ जैन की गिनती छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ और अनुभवी अफसरों में होती है। उनके प्रशासनिक अनुभव और कुशल कार्यशैली को देखते हुए सरकार ने सेवा विस्तार की सिफारिश की थी, जिसे अब केंद्र ने स्वीकार कर लिया है।

दुर्ग। जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक को जीजा-साली की जोड़ी ने सेक्स्टॉर्शन का शिकार बनाकर 2 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जीजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि महिला आरोपी साली दामिनी सोनी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

फिर शुरू हुई बातचीत

जानकारी के अनुसार, नंदिनी थाना क्षेत्र के पथरिया निवासी जितेंद्र कुमार साहू और कोसनाला भिलाई निवासी दामिनी सोनी की 2008 से जान-पहचान थी। 2013 में दामिनी की शादी के बाद बातचीत बंद हो गई थी, लेकिन 2021 में दामिनी ने फेसबुक के जरिए जितेंद्र से संपर्क किया और दोनों के बीच फिर से बातचीत शुरू हो गई।

शुरू हुई ब्लैकमेलिंग की कहानी

पुलिस के अनुसार, दामिनी ने वॉट्सऐप पर बातचीत शुरू की और दोनों के बीच हुई चैटिंग, कॉल और वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग करना शुरू कर दिया। इसके बाद दामिनी ने वीडियो और मैसेज वायरल करने की धमकी देकर जितेंद्र से 2 लाख रुपये वसूल लिए।

जितेंद्र को बार-बार धमकियां मिलने लगीं तो उसने दामिनी से बातचीत बंद कर दी। इसके बाद दामिनी ने अपने जीजा चिंटू उर्फ मोहम्मद असलम (25) को भी ब्लैकमेलिंग के इस खेल में शामिल कर लिया। अंततः जितेंद्र ने 27 जून को नंदिनी थाना में दामिनी और उसके जीजा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

रायपुर।  छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ सोमवार को ईओडब्ल्यू ने विशेष कोर्ट में लगभग 1100 पन्नों का चौथा पूरक चालान पेश किया। इस चार्जशीट में लखमा की अहम भूमिका का उल्लेख किया गया है। ईओडब्ल्यू ने कोर्ट को बताया कि पूर्व मंत्री कवासी लखमा को आबकारी घोटाले में 64 करोड़ रुपए मिला है। जिसमें 18 करोड़ रुपए की अवैध धनराशि के निवेश और खर्च से जुड़े दस्तावेज और साक्ष्य भी मिले हैं।

चार्जशीट हो गई पेश

चर्जशीट में कहा गया है कि मंत्री के संरक्षण में विभागीय अधिकारियों, सहयोगियों और ठेकेदारों के माध्यम से सुनियोजित तरीके से घोटाले को अंजाम दिया गया है। घोटाले की राशि को व्यक्तिगत और परिवार के हितों में खर्च किया गया। अब तक तीन पूरक अभियोग पत्रों सहित कुल चार अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किए जा चुके हैं। इसके अलावा मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घोटाले की जांच जारी है।

मैं पाकिस्तानी नहीं- लखमा

कोर्ट में सुनवाई के दौरान लखमा ने जज से कहा कि वह सुनवाई के दौरान हर बार कोर्ट आना चाहते हैं. लेकिन उन्हें लाने के बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाता है। उन्होंने कहा कि मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है. मैं पाकिस्तानी नहीं हूं. मैं भारतीय हूं।   कवासी लखमा ने यह भी कहा कि यहां आने में मुझे किसी प्रोटोकॉल या बड़ी गाड़ी की जरूरत नहीं है. मैं मोटरसाइकिल में भी बैठकर आ सकता हूं। अदालत ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके हितों का संरक्षण किया जाएगा।

क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी जांच कर रही है। ईडी ने एसीबी में रिपोर्ट दर्ज कराई है।दर्ज एफआईआर में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ईडी के चालान में इस मामले में अब तक 21 लोगों आरोपी बनाया गया है। जिनमें पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम साईं ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया जैसे प्रमुख नाम शामिल है।

ईडी ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में आईएएस अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। वहीं एसीबी की जांच में पाया गया कि साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई। इससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है।

पूर्व आबकारी मंत्री लखमा हैं जेल में 

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ईडी ने 28 दिसंबर 2024 को कवासी लखमा के आवास व अन्य ठिकानों पर छापा मारकर महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए थे। जिनमें घोटाले से हुई कमाई के सबूत थे। उसके बाद लखमा को 15 जनवरी 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया। कवासी लखमा 16 जनवरी 2025 से जेल में हैं।

कवासी लखमा पर आरोप है कि वह शराब घोटाले में सिंडिकेट के अहम हिस्सा थे। उन्हीं के निर्देश पर सिंडिकेट काम करता था। इनसे अलावा शराब नीति बदलने में भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। ईडी का दावा है कि लखमा को आबकारी विभाग में हो रही गड़बड़ियों की पूरी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

आरोप है कि शराब घोटाले में कमीशन के तौर पर लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे। ईडी का कहना है कि 3 साल तक शराब घोटाला चला। तीन साल के 36 महीने में लखमा को कुल 72 करोड़ रुपए मिले।

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने एक नाबालिग बेटी से दुष्कर्म के मामले में दोषी पिता की आजीवन कारावास की सजा को 20 साल के कठोर कारावास में बदल दिया है। अदालत ने दोषसिद्धि को बरकरार रखते हुये कहा कि मामले की परिस्थितियों को देखते हुए मूल सजा अत्यधिक कठोर थी।

न्यायमूर्ति रजनी दुबे और न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत की खंडपीठ ने यह फैसला सुनाया। यह मामला 38 वर्षीय दोषी द्वारा दायर अपील पर आधारित था, जिसमें उसने बैकुंठपुर के विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) के 19 सितंबर 2019 के फैसले को चुनौती दी थी।

क्या था पूरा मामला

निचली अदालत ने उसे भारतीय दंड संहिता की धारा 376(3) के तहत दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास और एक लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई थी।

घटना 5 दिसंबर 2018 की है, जब 13 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने सोते समय उसका यौन शोषण किया। पीड़िता ने पांच दिन बाद एक रिश्तेदार को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद 20 दिसंबर 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई।

अभियोजन पक्ष ने आठ गवाहों की जांच की

अभियोजन पक्ष ने आठ गवाहों की जांच की। पीड़िता ने अपनी गवाही में बताया कि दुष्कर्म के बाद उसे दर्द और रक्तस्राव हुआ। उसने यह भी कहा कि उसके पिता ने उसे धमकी दी थी कि वह इस घटना का जिक्र किसी से न करे।मेडिकल जांच करने वाली डॉ. आयुष्री राय ने पीड़िता के हाइमन में हालिया टूटने के संकेत पाए, जो अभियोजन के दावे को मजबूत करते हैं। बचाव पक्ष ने तर्क दिया कि प्राथमिकी दर्ज करने में 15 दिन की देरी थी और मेडिकल साक्ष्य में कोई बाहरी चोट नहीं मिली, जिससे अभियोजन का दावा कमजोर होता है।

सामाजिक कलंक के कारण देरी

हाई कोर्ट ने साक्ष्यों की समीक्षा के बाद कहा कि यौन शोषण के मामलों में सामाजिक कलंक के कारण देरी स्वाभाविक है। अदालत ने पाया कि पीड़िता की गवाही प्राथमिकी से लेकर जिरह तक लगातार विश्वसनीय रही। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए अदालत ने कहा कि यदि पीड़िता की गवाही विश्वास उत्पन्न करती है, तो केवल उसी के आधार पर दोषसिद्धि हो सकती है। खंडपीठ ने निष्कर्ष निकाला कि अभियोजन पक्ष ने अपना मामला संदेह से परे साबित किया और निचली अदालत का दोषी ठहराने का फैसला सही था।

क्यों कम की गई सजा

हालांकि, सजा के मामले में, हाई कोर्ट ने खेमचंद रोहरा बनाम छत्तीसगढ़ राज्य के एक समान मामले का उल्लेख करते हुए आजीवन कारावास को अत्यधिक कठोर माना। इसलिए, सजा को 20 साल के कठोर कारावास में कम कर दिया गया, जबकि एक लाख रुपये का जुर्माना बरकरार रखा गया।

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कंठी में रविवार दोपहर एक रूह कंपा देने वाला हादसा हुआ। मैनपाट से अंबिकापुर की ओर जा रही एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सीधे एक घर के आंगन में घुस गई। हादसे में दो महिलाओं और दो बच्चों को गंभीर चोटें आईं।

कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि घर के बरामदे में बैठे लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। घटना दोपहर करीब 3 बजे की बताई जा रही है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एक महिला का सिर फट गया और दूसरी महिला का पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया। चारों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

कार सवारों की की पिटाई, गाड़ी पलटी

हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। टक्कर की आवाज और चीख-पुकार सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। कार में तीन लोग सवार थे। ग्रामीणों ने गुस्से में आकर इन तीनों को पीटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि वाहन चालक शराब के नशे में धुत था। आक्रोशित भीड़ ने कार को पलट भी दिया।

आरोपी हिरासत में

मामले की सूचना मिलते ही दरिमा थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालात को देखते हुए पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया और आरोपी चालक को हिरासत में ले लिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

भिलाई . भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी भिलाई और रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी अब साथ मिलकर रिसर्च करेंगे। इसको लेकर रूंगटा यूनिवर्सिटी और आईआईटी भिलाई के इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ) के बीच एमओयू शनिवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों ही संस्थान के फैकल्टी और स्टूडेंट्स विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट में एक साथ होंगे। यह करार संस्थान के संसाधनों के इस्तेमाल को लेकर भी किया गया है।

इसमें एक तरफ जहां रूंगटा यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स आईआईटी भिलाई की बेशकीमती लैब और मशीनरी का यूज कर पाएंगे, वहीं आईआईटी की फैकल्टी और छात्र रूंगटा यूनिवर्सिटी में एनीमल रिसर्च सेंटर और फार्मास्यूटिकल साइंस की प्रयोगशालाओं का इस्तेमाल करेंगे। इसके साथ इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को भी आईआईटी भिलाई की एक्सपरटीज का लाभ मिलेगा। इस एमओयू पर आईआईटी भिलाई इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डॉ. प्रशांत माथुर और रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने हस्ताक्षर किए साथ ही एक-दूसरे संस्थान की बेहतरी के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराने का वादा किया।

छात्रों को होगा फायदा

इस एमओयू के तहत अब आईआईटी भिलाई विभिन्न प्रोजेक्ट्स के लिए रूंगटा यूनिवर्सिटी के छात्रों की मदद करेगा। उनके साथ अपनी प्रयोगशालाएं शेयर करेगा। रुंगटा के छात्र आईआईटी की अत्याधुनिक लैब में करोड़ों की हाई एंड मशीनों से सीखेंगे। दोनों ही संस्थान के फैकल्टी, रिसर्च स्कॉलर्स और स्टूडेंट्स के लिए ज्वाइंट रिसर्च टीम बनेगी। यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग छात्रों को टेक्नोलॉजी के हर दिन बदलते आयामों से रूबरू कराने किए गए इस एमओयू में उन्हें आईआईटी के एक्सपट्र्स अपना मार्गदर्शन देंगे।

यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए आईआईटी भिलाई सेमीनार, वेबीनार, एक्सपटर्् लेक्चर कराएगा। यही नहीं स्टूडेेंट्स और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम भी शुरू होंगे, जिसके तहत यूनिवर्सिटी के छात्र आईआईटी भिलाई जाकर नई टेक्नोलॉजी सीखेंगे।

आईआईटी को क्या मिलेगा

रूंगटा यूनिवर्सिटी की स्कूल ऑफ फार्मेसी में एनीमल हाऊस को भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में दवाइयों की रिसर्च और कैरीयर निर्माण के दौरान सबसे पहले इसकी टेस्टिंग एनीमल पर ही की जाती है। ऐसे में आईआईटी भिलाई के भी कई सारे प्रोजेक्ट्स है, जिसमें वे नई दवाइयों पर शोध कर रहे हैं।

इसमें आईआईटी की मदद रूंगटा यूनिवर्सिटी करेगी। आईआईटी के इस तरह के प्रोजेक्ट्स के लिए एनीमल टेस्टिंग को अप्रूवल देगा। नई दवाइयों के प्रभाव को समझने में भी मदद करेगा। फिलहाल, इस एमओयू के साथ ही आईआईटी भिलाई और यूनिवर्सिटी ने साथ मिलकर एक नई परियोजना की शुरुआत भी कर दी है।

आईआईटी से कर सकेंगे इंटर्नशिप

रूंगटा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों को जल्द ही आईआईटी भिलाई से इंटर्नशिप के मौके भी मिलेंगे। आईआईटी में ढेर सारी परियोजनाएं चल रही हैं, जिसमें रूंगटा के छात्र भी साथ होंगे। रूंगटा यूनिवर्सिटी के एमटेक छात्रों को इसमें बड़ा फायदा मिलेगा। विभिन्न परियोजनाओं में आईआईटी उन्हें स्टाइपैंड भी देगा, साथ ही परियोजना समाप्त होने के बाद आईआईटी उन्हें प्रमाणित भी करके देगा। इससे छात्रों के अनुभव में बढ़त आएगी, उन्हें कॅरियर में भी मदद मिलेगी।

तीन साल के लिए करार

एमओयू के बाद आईआईटी भिलाई इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डॉ. माथुन ने कहा कि, यह सहयोग फिनटेक, एग्रीटेक और हेल्थटेक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में नवाचार को गति देगा। रूंगटा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने भी इस साझेदारी को छात्रों, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहयोगी बताया। यह एमओयू तीन वर्षों तक प्रभावी रहेगा और दोनों संस्थानों की आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकेगा। इस एमओयू पर आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश में भी हर्ष जताया। कहा कि, इस पहल से समाज के लिए हो रही नई नई रिसर्च को बल मिलेगा।

रायपुर।  छत्तीसगढ़ में एक बार फिर तबादला एक्सप्रेस चली है। प्रदेश में लगातार एक के बाद एक विभागों में अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले हो रहे हैं। इसी कड़ी में GST विभाग ने आज यानी शुक्रवार को 200 अधिकारियों का तबादला किया है। इस सूची में एक बड़ी चूक सामने आई।

आलम यह है कि एक मृतक अधिकारी का तबादला कर दिया गया है। दरअसल, दिवंगत अधिकारी दयाशंकर नेताम का नाम भी शामिल है। नेताम का पूर्व में ही निधन हो चुका है, बावजूद इसके उनका नाम सूची में शामिल किया गया है। आदेश जारी होने के बाद यह जन चर्चा का विषय बन चुका है और लोग सरकारी कर्मचारियों के काम करने के तरीके पर सवाल उठाने लगे हैं।

कई विभागों में ट्रांसफर

इससे पहले छत्तीसगढ़ के कई विभागों में भी अधिकारियों-कर्मचारियों के ट्रांसफर हो चुके हैं। इनमें वित्त विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग शामिल हैं।