CG Prime News Network. बांग्लादेश की राजधानी ढाका से सामने आ रही तस्वीरों और वीडियो ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार एक हिंदू व्यक्ति को कथित तौर पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डाला गया। उसे निर्वस्त्र किया गया। इसके बाद उसे पेड़ पर लटकाकर जला दिया गया। इस घटना के बाद बांग्लादेश देश में सांप्रदायिक सौहार्द और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता गहराती जा रही है।
घटना का विवरण
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक, यह घटना ढाका के एक व्यस्त इलाके में हुई, जहां बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी में हिंसा को अंजाम दिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हिंसक भीड़ और एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटे जाने के दृश्य दिखाई दे रहे हैं। यहां तक भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला और पथराव किया गया है। शेख मुजीब के घर में तोड़फोड़ की गई और दो अखबारों के दफ्तर जला दिए गए।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
घटना के सामने आते ही ट्विटर (X) सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई यूज़र्स ने इस त्रासदी पर संवेदना जताते हुए बताया कि प्लेटफॉर्म पर ‘लाइक’ के स्थान पर टूटे दिल 💔 का प्रतीक दिखाया जा रहा है, जो घटना की गंभीरता को दर्शाता है।
अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर सवाल
मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं क्षेत्रीय स्थिरता और सामाजिक ताने-बाने के लिए गंभीर खतरा हैं। घटना की सूचना पर ले. जनरल ने बार्डर का दौरा किया।
कार्रवाई की मांग
ढाका में भारतीय उच्चायोग ने भारतीय नागरिकों के लिए जारी एडवाइजरी में कहा है कि वे अनावश्यक घर से बाहर न निकले। स्थानीय साधनों से यात्रा करने से बचे। किसी तरह की जरुरत होने पर उच्चायोग से संपर्क करें। स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निष्पक्ष जांच, दोषियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग तेज हो गई है। प्रशासन से कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सांप्रदायिक हिंसा पर सख्ती से रोक लगाने अपील की जा रही है।