CG Prime news@कोरबा. A married woman who went to get ration was gangraped in korba छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक महिला से हैवानियत कर उसकी हत्या का सनसनीखेज मामले सामने आया है। यह पूरा मामला कोरबी पुलिस चौकी क्षेत्र का है। पुलिस ने मुख्य आरोपी उसके बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राशन लेने गई महिला से गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद लाश को बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया गया था। मंगलवार को महिला के बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक आरोपी अभी भी फरार है।
यह है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार महिला 28 जुलाई को घर से राशन सामग्री लेने के लिए सोसाइटी निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। 1 अगस्त को परिजन पुलिस चौकी पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
शुरुआती जांच में कुछ अहम सुराग नहीं मिले। जब महिला के आखिरी बार उमेंद्र के साथ देखे जाने की जानकारी जुटाई गई, तो मामला संदिग्ध लगा। जांच के दौरान गांव के रहने वाले उमेंद्र प्रसाद बिंझिया को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। उसने अपराध कबूल कर लिया।
गला घोंटकर की हत्या
आरोपी प्रेमी उमेंद्र ने बताया कि पीडि़ता ने राशन का सामान घर तक पहुंचाने के लिए उससे संपर्क किया था। वह अपने दोस्त संतराम उर्फ छोटू के साथ महिला को लेने पहुंचा। दोनों महिला को गांव के पास वाले जंगल में ले गए, जहां तीसरा साथी गुलाब सिंह पहले से मौजूद था।
तीनों ने मिलकर महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। जब पीडि़ता ने इसकी शिकायत पुलिस में करने की बात कही, तो आरोपियों ने गमछे से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया।
मिला कंकाल
पुलिस ने आरोपी उमेंद्र की निशानदेही पर घटनास्थल की तलाशी ली गई। शव पूरी तरह सड़-गल चुका था। कंकाल करीब 50 मीटर के क्षेत्र में फैला मिला। बोरी लंबे समय तक पानी में रहने से खुल गई थी। हत्या में इस्तेमाल गमछा और बाइक भी बरामद कर ली गई है।
ऐसे हुई पहचान
घटनास्थल पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट और सीन ऑफ क्राइम यूनिट की टीम ने भी जांच की। मृतिका की पहचान उसके कपड़ों और गहनों के आधार पर की गई। परिजनों ने इसकी पुष्टि की है।
इस पूरे मामले में कोरबी चौकी प्रभारी सुरेश कुमार जोगी ने बताया कि पति के शिकायत पर गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। जांच पड़ताल के बाद उमेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, जिस पर उसने जुर्म स्वीकार किया।