CG Prime News@दुर्ग. Farmers from 19 villages in Durg protested at the Collectorate दुर्ग जिले में 19 गांवों के किसानों ने गुरुवार को कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया। वहीं एक किसान ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास भी किया। जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण बन गई थी। दरअसल जिले के 19 गांवों के लगभग 1650 किसान 400 केवी ट्रांसमिशन टावर लाइन परियोजना में लंबित मुआवजा भुगतान की लंबे समय से मांग कर रहे थे। इसी मामले को लेकर किसानों ने कलेक्टोरेट का घेराव किया था। किसानों का आरोप है कि प्रशासन के द्वारा मुआवजा वितरण में अनियमितता और मनमानी की जा रही है।
किसान ने की आत्मदाह की कोशिश
कलेक्टोरेट घेराव के दौरान किसान नेता ढालेश साहू ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि, अधिकारियों और पुलिस ने समय रहते उन्हें रोक लिया। इस घटना के बाद किसानों में भारी आक्रोश देखा गया और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों के अनुसार, वे कई बार आंदोलन और आवेदन कर चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। उनकी मुख्य मांग है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से उनके प्रतिनिधिमंडल की सीधी मुलाकात करवाई जाए।
किसानों ने प्रशासन पर लगाया जबरन साइन कराने का आरोप
किसानों ने बताया कि उनके खेतों से गुजरने वाली हाई टेंशन लाइन परियोजना का मुआवजा अब तक नहीं मिला है। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसील कार्यालयों द्वारा बिना अधिसूचना, ग्रामसभा की सहमति या सर्वे रिपोर्ट के किसानों से जबरन हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। जो मुआवजा अधिनियम 2013 का उल्लंघन है।
एडीएम बोले मुआवजा तय दर पर मिलेगा
किसानों की मांग थी कि टावर बेस का 200 प्रतिशत और राइट ऑफ वे का 30 प्रतिशत मुआवजा दिया जाए। एडीएम ने कहा कि मुआवजा पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा तय दर पर ही मिलेगा, जैसा कि परियोजना के प्रारंभिक प्रकाशन में निर्धारित था। उन्होंने किसानों को विस्तृत पत्रक देने का आश्वासन दिया, जिसमें बताया जाएगा कि कितनी जमीन प्रभावित हुई और मुआवजा किस आधार पर तय किया गया।
सभी शंकाओं का समाधान करने के लिए सात दिन बाद पुन: बैठक बुलाई जाएगी। एडीएम ने कहा कि शासन से मुआवजा राशि पूरी तरह प्राप्त हो चुकी है और किसी तरह की कमी नहीं है। किसानों ने फिलहाल आंदोलन स्थगित कर किया।