Durg Breaking: फर्जी इंश्योरेंस अधिकारी बनकर दुर्ग के रिटायर्ड प्राचार्य से दस लाख ठगने वाला आरोपी एलएलवी छात्र दिल्ली से गिरफ्तार

दुर्ग@CG Prime News. फर्जी इंश्योरेंस अधिकारी बनकर मैच्योरिटी मनी दिलाने के नाम पर लोगों से 10 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी एलएलवी छात्र को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पीड़ित शंकर राव कटारे ने पद्मनाभपुर चौकी में शिकायत की थी कि जुलाई-अगस्त महीने में अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके इंश्योरेंस पॉलिसी पुराना होने और अधिक मूल्यवान बनाने का झांसा देकर दस लाख रुपए की ठगी कर ली है।

दुर्ग पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को एक्टिव किया। जिसके बाद आरोपी आशीष शर्मा को मयूर विहार फेस एक दिल्ली से पकडा गया। आरोपी ने पूछताछ करने पर उसने अपना मूल नाम विराज गुप्ता, पिता श्याम बाबू गुप्ता, उम्र 24 वर्ष निवासी न्यू अशोक नगर, पूर्वी दिल्ली का होना बताया। उसने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह अपने साथी दीपक मेहता के साथ मिलकर इंश्योरेंस अधिकारी बनकर कई लोगों से ठगी कर चुका है। शनिवार दोपहर को दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर और एएसपी रोहित झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले से पर्दा उठाया।

एसपी ने बताया कि आरोपी आलोक शर्मा और आशीष शर्मा के नाम का उपयोग करके लोगों को झांसे में लेते थे। पीड़ित की शिकायत के बाद सायबर सेल दुर्ग की मदद से आरोपियों के दिल्ली में होने की जानकारी मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों की पता साजी करने नई दिल्ली टीम रवाना किया। दिल्ली पहुंचे पर पुलिस टीम को पता चला कि आरोपियों द्वारा ठगी से प्राप्त राशियों को अलग-अलग बैंको के खाते में ट्रांसफर किया गया। अलग-अलग बैंको में जाकर पता करने पर आरोपी के बारे में और उसका फोटो मिला। आरोपी के विभिन्न मोबाईल नम्बरों के आधार पर दिल्ली में स्थित टीम को दुर्ग सायबर सेल के द्वारा लगातार सूचनाएं भेजी गई। दिल्ली में आरोपियों के खाता नंबर का अवलोकन करने से ज्ञात हुआ कि ठगी द्वारा ट्रांसफर किए गए पैसों को आरोपी ने अपने अन्य 6 खाता नंबरों पर ट्रांसफर करके दल्ली के विभिन्न एटीएम से नगदी आहरण किया है। ठगी में उपयोग किए गए खातों को होल्ड कर लगभग 4,50,00 रुपए डेविड फिज लगाया गया है।

आरोपी के कब्जे से 77 हजार रुपए कैश बरामद

आरोपी ने फर्जी ढंग से आशीष शर्मा के नाम पर एकाउंट तथा दीपक मेहता ने आलोक शर्मा के नाम पर एकाउंट खोला है। जिसका उपयोग ठगी करने के लिए करते थे। आरोपी विराज गुप्ता उर्फ आशीष शर्मा के पास से विभिन्न कंपनी के 72 नग मोबाईल, 70 नग सिम , डेविड/क्रेडिट कार्ड 4 नग, ठगी संबंधी डायरी जिसमे कई कस्टमरों का डिटेल लिखा हुआ मिला है। आरोपियों ने आशीष शर्मा और आलोक शर्मा के नाम से फर्जी वोटर आईडी, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सात चेक बुक बना रखा है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 77 हजार रुपए कैश बरामद किया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।

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