बैठक में डीजीपी ने दिए प्राथमिक निर्देश
रायपुर। पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ अरुण देव गौतम ने 11 दिसंबर 2025 को सिविल लाइन रायपुर स्थित सी-4 भवन के सभाकक्ष में रायपुर जिले के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह उपस्थित रहे।
बेसिक पुलिसिंग और शाम की उपस्थिति पर जोर
डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शहर में बेसिक पुलिसिंग को मजबूत किया जाए। भीड़भाड़ वाले और सूनसान क्षेत्रों में विशेषकर शाम के समय पुलिस की सक्रिय उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया। अधिकारियों से अपराध डायजेस्ट की समीक्षा कर अपराध संधारण और पर्यवेक्षण को और बेहतर बनाने निर्देश दिए।
महिला-बच्चों से जुड़े अपराधों पर त्वरित एक्शन
डीजीपी ने कहा कि महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों में संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई पर विशेष बल दिया गया। ऐसे मामलों में पीड़ितों को तुरंत राहत दी जाए। महिला अपराधों के चालान 60 दिनों के भीतर न्यायालय में पेश करने के निर्देश जारी किए गए। साइबर अपराधों के पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने पर भी जोर दिया गया।
यातायात सुधार और रात की गश्त पर ध्यान
डीजीपी ने यातायात व्यवस्था को मजबूत करने, समंस-वारंट की तामिली बढ़ाने, तथा रात्रि गश्त को और बेहतर करने के निर्देश दिए। धोखाधड़ी मामलों की विवेचना को गंभीरता से पूरा करने कहा गया। साथ ही, सीसीटीएनएस और नए पुलिस ऐप/पोर्टल का अधिकतम उपयोग कर कार्यों को सरल व प्रोफेशनल तरीके से करने पर बल दिया।
उद्योग क्षेत्रों में आकस्मिक घटनाओं पर रिस्पांस प्लान आवश्यक
डीजीपी ने बदलते परिवेश में पुलिस को नई सोच और नई पीढ़ी से जुड़कर कार्य करने की आवश्यकता बताई। उद्योग, बड़े आवासीय क्षेत्रों और संभावित आगजनी स्थलों में आकस्मिक घटनाओं के लिए प्रभावी रिस्पांस प्लान तैयार करने के निर्देश भी दिए। अंत में, हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए वीवीआईपी ड्यूटी और कानून-व्यवस्था प्रबंधन के लिए रायपुर पुलिस की प्रशंसा की गई।