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CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सल मोर्च में पदस्थ एक सीआरपीएफ जवान (CRPF) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जवान का नाम ए.परमा शिवम (50) है, जो कोलेंग में स्थित 80वीं बटालियन में आरक्षक के पद पर पोस्टेड थे। मिली जानकारी के अनुसार मृतक जवान रात में डिनर के बाद कैंप में टहल रहा था। इसी दौरान अचानक सीने में दर्द उठा। वहीं अस्पताल लाने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

इलाज से पहले ही तोड़ा दम

मंगलवार की रात कैंप में मेस में खाना खाने के बाद फोन में परिवार वालों से बात करते टहल रहे थे। इसी बीच इसके सीने में दर्द हुआ। जिसके बाद सीआरपीएफ कैंप में ही स्थित मेडिकल में दवा लेने के लिए गए। जहां जवान अचानक बेहोश होकर नीचे गिर गया। जिसके बाद वहां मौजूद जवानों ने इसकी जानकारी सीआरपीएफ अधिकारियों को दी। जिसके बाद जवान को सीधे डिमरापाल मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां इलाज से पहले ही जवान ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जवान का शव भेजा गृह ग्राम

जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ जवान तमिलनाडु में विरुधुनगर जिले के शिवाकाशी का थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। कुछ समय पहले ही बस्तर जिले के कोलेंग में पोस्टेड हुए थे। बताया जा रहा है कि पोस्टमॉर्टम के बाद अब जवान के शव को उनके गृहग्राम तमिलनाडु भेज दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हार्ट अटैक से उनकी जान गई है। वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी।

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CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ में एंटी नक्सल अभियान के तहत सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने दो मुठभेड़ (Naxal encounter in baster) में 30 नक्सली मार गिराए हैं। फिलहाल सर्चिंग अभियान जारी है। मारे गए नक्सलियों की संख्या बढऩे का आशंका पुलिस के अधिकारियों ने जताई है।

एक जवान शहीद

गुरुवार सुबह पहली मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर और दूसरी कांकेर-नारायणपुर सीमा पर हुई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर में 26 और कांकेर में 4 नक्सली मारे गए। बीजापुर की मुठभेड़ में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान भी शहीद हुआ है। तीसरी घटना में नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर स्थित थुलथुली इलाके में आईइडी ब्लास्ट की चपेट में आने से दो जवान जख्मी हो गए। दोनों की हालत खतरे से बाहर है।

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बस्तर में 30 नक्सली ढेर, जानिए कैसे एक दिन पहले फोर्स ने घेरा नक्सलियों को

ज्वाइंट ऑपरेशन लांच किया

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी थी। घटनास्थल से नक्सलियों के शव और कई ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस को गंगालूर इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया गया।

अभी भी जारी मुठभेड़

बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव और दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने जानकारी दी है कि मुठभेड़ अभी भी जारी है। जवान डटकर नक्सलियों को घेरे हुए हैं। नक्सलियों के बड़े मूवमेंट को देखते हुए फोर्स एक दिन पहले एंड्री इलाके में पहुंच गई थी। गुरुवार की सुबह यहां मुठभेड़ हुई है।

9 फरवरी को मारे थे 31 नक्सली

बस्तर में सुरक्षाबल के जवान लगातार एक्शन मोड में है। इसी साल 9 फरवरी को एक बड़ा ऑपरेशन लॉच करते हुए सुरक्षाबल के जवानों ने बीजापुर जिले में 31 नक्सलियों को मार गिराया था। जिसमें कई बड़े कैडर के नक्सली भी शामिल थे। यह मुठभेड़ बीजापुर जिले के मद्देड़-फरसेगढ़ बॉर्डर पर हुई थी।

बीजापुर। Mukesh Chandrakar Murder Case: छत्तीसगढ़ बीजापुर जिले में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) आज 18 मार्च को कोर्ट में 1200 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट पेश की है। चार्जशीट और केस डायरी लेकर IPS मयंक गुर्जर बीजापुर व्यवहार न्यायालय पहुंचे। बता दें कि इस चार्जशीट में 70 से ज्यादा गवाह के बयान दर्ज हैं। सभी आरोपी अभी जगदलपुर जेल में हैं। मामला बीजापुर सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।

IPS और बीजापुर ASP मयंक गुर्जर ने कही ये बात

इस पर IPS और बीजापुर ASP मयंक गुर्जर ने कहा कि पूरी जांच के दौरान डिजिटल और फिजिकल साक्ष्य को बारीकी से देखा गया है। हमारी पूरी कोशिश है कि चारों आरोपियों को मान्यनीय न्यायालय से सख्त से सख्त सजा मिले।

Mukesh Chandrakar Murder Case: सैप्टिक टैंक में मिला था शव

दरअसल 1 जनवरी 2025 को बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या हो गई थी। ठेकेदार और उसके साथियों ने मिलकर मुकेश को मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले की जांच SIT कर रही है। मुकेश की हत्या के मामले में SIT ने 1000 पेज की चार्जशीट तैयार की है। इसे आज मंगलवार को कोर्ट में पेश किया।

मुकेश चंद्राकर की खबर ने खोली थी भ्रष्टाचार की पोल

मुकेश चंद्राकर एक स्वतंत्र पत्रकार थे, जो स्थानीय मुद्दों और भ्रष्टाचार (Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case Update) के खिलाफ खबरें लिखते थे। उन्होंने बीजापुर जिले में एक सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोली थी, जिसके बाद उन्हें धमकियां मिलने लगीं। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई।

ये है SIT के सदस्य

मयंक गुर्जर (IPS), ASP बीजापुर
रुचि वर्मा – SDOP दंतेवाड़ा
शरद जायसवाल – DSP बीजापुर
गीतिका साहू – DSP जगदलपुर
दुर्गेश शर्मा – TI बीजापुर
वीरेंद्र श्रीवास्तव – TI बीजापुर
चंद्रशेखर श्रीवास, TI फरसपाल (दंतेवाड़ा)
रिजवान अहमद , TI बीजापुर
गौरव तिवारी – TI जगदलपुर (रेंज साइबर थाना)
मुकेश पटेल – SI – बीजापुर विवेकानंद पटेल- SI

रायपुर। Chhattisgarh Liqour Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने कवासी लखमा के खिलाफ बुधवार को 3773 पन्नों का चालान पेश किया। इसमें डिस्टलरी संचालक सहित 21 अन्य लोगों के नाम भी शामिल है। इसमें 86 पेज की समरी में प्रकरण का ब्योरा दिया गया है। चालान में कहा गया है कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे।

आरोप है कि कवासी लखमा दस्तावेजों में हस्ताक्षर करने के एवज में 50 लाख रुपए तक की राशि वसूल करते थे। यह राशि सिंडीकेट से जुडे़ हुए लोगों द्वारा विभिन्न माध्यमों पहुंचाई जाती थी। अब इस प्रकरण की सुनवाई 22 मार्च को होगी।

इन्हें बनाया गया आरोपी

ED ने विशेष न्यायाधीश को चालान के संबंध में बताया कि शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।

फिलहाल ED ने अभी तक इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इन सबके बावजूद कवासी लखमा के वकील का कहना है कि मामले में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं और यह पूरी कार्रवाई केवल अनुमान पर आधारित है।

Chhattisgarh Liqour Scam: लखमा की बढ़ सकती है रिमांड

आपको बता दें कि ED ने 28 दिसंबर को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर छापा मारा था। 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया था। 21 जनवरी से लखमा रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। रायपुर कोर्ट में कवासी लखमा की आज पेशी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सुनवाई के दौरान उनकी फिर से न्यायिक रिमांड बढ़ सकती है।

नारायणपुर। जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। अमदई खदान (निकों कंपनी) के डंप एरिया में पांच किग्रा से अधिक वजन का एक प्रेशर कुकर बम बरामद किया गया। फिलहाल जवानों ने बम को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया। यह मामला छोटेडोंगर थाना क्षेत्र का है।

बॉम्ब स्कोडा की हुई तैनाती

पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने गुरुवार को बताया कि माओवादियों द्वारा आईईडी विस्फोट की घटनाओं से हो रही नुकसान को देखते हुए क्षेत्र में आईईडी खोजने के लिए बम विरोधी दस्ता की टीम को अगल-अलग क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में अमदई खदान में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी को बरामद कर निष्क्रिय किया गया। बता दें कि माओवादियों द्वारा लगाये गए आईईडी से सुरक्षा बल बाल-बाल बचे।

जवानों को पहुंचना चाहते थे नुकसान

जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए यह आईईडी प्लांट किया था। आए दिन नक्सली जवानों को नुकसान पहुंचने के लिए विस्फोट की घटना को अंजाम देते है। इससे पहले भी विस्फोट में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी और कुछ अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद एसपी ने ग्रामीणों से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं आईईडी या संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। सूचना देने वालों को इनाम दिया जाएगा।

नारायणपुर। जिले से एक बार फिर नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। जहां 2 मजदूर IED ब्लास्ट की चपेट में आ गए। एक मजदूर के पैर के चिथड़े उड़ गए। आनन-फानन में घायल को नारायणपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उससे पहले ही मजदूर ने दम तोड़ दिया। वहीं दूसरे घायल की हालत भी गंभीर बनी हुई है। यह पूरी घटना आज सुबह करीब 10:45 बजे की है।

एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब 10:45 बजे राजधानी रायपुर से करीब 350 किलोमीटर दूर छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के अमदई घाटी लौह अयस्क खदान में हुआ। दोनों मजदूर छोटेडोंगर में संचालित निको जायसवाल लौह अयस्क खदान के जीरो पाइंट में काम कर रहे थे। इसी दौरान लगभग 10 बजे वहां नक्सलियों द्वारा प्लांट किया गया आईईडी ब्लास्ट हो गकी या, जिसकी जद में आने से वे बुरी तरह घायल हो गए। दोनों घायलों को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छोटेडोंगर में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां एक मजदूर दिलीप ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया। वहीं दूसरा मजदूर हरेन्द्र का इलाज जारी है।

IED Blast: नक्सली कर रहे परियोजना का विरोध

बता दें कि जायसवाल नेको इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जेएनआईएल) को अमदई घाटी में लौह अयस्क खदान आवंटित की गई है और नक्सली लंबे समय से इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं।

पहले भी हो चुकी है मजदूर की मौत

इस साल 5 फरवरी को भी अमदई घाटी खदान में इसी तरह के विस्फोट (IED Blast In Narayanpur) में एक मजदूर घायल हो गया था, जबकि नवंबर 2023 में हुए विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद नक्सलियों ने कहा था कि अभी तो सिर्फ एक ही बम फटा है, आगे और भी बम फटेंगे। चारों ओर बारूद बिछा हुआ है।

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मां दंतेश्वरी की विशेष पूजा-अर्चना के बाद बाजे-गाजे के साथ निकाली गई पालकी

CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के विश्व प्रसिद्ध फाल्गुन मेले (fagun mela dantewada) की 5 मार्च को शुरुआत हो गई। सबसे पहले कलश की स्थापना की गई। इसके बाद मां दंतेश्वरी की विशेष पूजा-अर्चना के बाद बाजे-गाजे के साथ पालकी निकाली गई। इससे पहले बसंत पंचमी के दिन दंतेश्वरी मंदिर में त्रिशूल की स्थापना की गई। फागुन मेला में शामिल होने छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे राज्यों से भी 1 हजार से ज्यादा देवी-देवता आएंगे। वहीं इस साल फाल्गुन मेला के लिए टेंपल कमेटी ने करीब 45 लाख रुपए का बजट रखा है।

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आखेट (शिकार) के लिए प्रसिद्ध

15 मार्च को देवी-देवताओं की विदाई तक फागुन मेला चलेगा। हर दिन मां दंतेश्वरी की विशेष पूजा अर्चना होगी। साथ ही आखेट की विभिन्न रस्म अदा कर 600 साल पुरानी परंपरा निभाई जाएगी। दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी लोकेंद्र नाथ जिया की माने तो फागुन मेला आखेट (शिकार) के लिए प्रसिद्ध है। इसमें रस्में तिथि और समय के अनुसार 10 से 11 दिनों तक चलती हैं। अब शिकार का नाट्य रूपांतरण कर परंपरा निभाई जाती है। इसके बाद शिकार शुरू किया गया था। अनुमति लेने वाले दिन से ही फागुन मड़ई की शुरुआत हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे स्थानीय देवी-देवताओं को भी इस मड़ई में शामिल किया जाने लगा।

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दंतेवाड़ा का विश्व प्रसिद्ध फागुन मेला शुरू, आखेट की निभाई जाएगी 600 साल पुरानी परंपरा

त्रिशूल स्थापना से मड़ई की शुरुआत

हर साल बसंत पंचमी के दिन माता दंतेश्वरी के मंदिर में गरुड़ स्तंभ के सामने त्रिशूल स्थापित किया जाता है। यह मेला शुरू करने की सबसे पहली रस्म होती है। फिर कुछ दिन बाद फागुन महीने में देवी की पूजा समेत दूसरी रस्में शुरू होती हैं। इस बीच मेले में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र तैयार किया जाता है, जिसे देवी-देवताओं को भेजा जाता है।

9 दिन होती है देवी की विशेष पूजा

फागुन मेले में नवरात्रि की ही तरह माता दंतेश्वरी की 9 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना होती है। 10वें दिन यानी होली के दिन मेला भरता है। यहां ताड़ के पत्तों से होलिका दहन करने की परंपरा भी है। मेले के अंत में देवी-देवताओं को विदाई दी जाती है। श्रीफल और नेग भी दिया जाता है।

इन इलाकों से ये देवी-देवता हुए थे शामिल

पिछले साल बस्तर के अलावा ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र बॉर्डर से भी देवी-देवता आए थे। पहली बार भद्रकाली और मेडाराम की देवी भी शामिल हुईं थीं। ओडिशा के 7 से 8 देवी-देवता मेले में शामिल हुए थे। इनमें कोसागुमड़ा गांव से हिंगलाजिन, तेलंगाना के मेडाराम से चिकलादई और बामनदई माता मेले में शामिल हुईं। बस्तर से काली कंकालीन देवी समेत अन्य देवी-देवता शामिल हुए थे।

ऐसे शुरू हुआ फागुन मेला

किवदंतियों के मुताबिक, करीब 600 साल पहले आखेट (शिकार) प्रचलित था। जंगली जानवर किसानों की फसलें खराब कर देते थे। ग्रामीण इस समस्या के निदान के लिए राजा-महाराजा के पास गए। तब तत्कालीन राजा ने जानवरों का शिकार करना शुरू किया था। राजा जब शिकार करते, तो दैवीय शक्ति की वजह से तीर लगने के बाद भी जानवर मरते नहीं थे। फिर राजा ने जानवरों के शिकार के लिए आराध्य देवी माता दंतेश्वरी की आराधना कर अनुमति ली थी।

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बुजुर्ग पटेल को उठाकर ले गए थे घर से दूर

CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने पूर्व विधायक के ससुर की गला रेतकर हत्या कर दी। पूरा मामला सुकमा जिले का है। जहां सोमवार देर रात नक्सलियों ने सीपीआई के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के छोटे ससुर का उनके उठाकर गला रेत दिया। नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। मामला चिंतागुफा थाना का है।

बुजुर्ग पटेल की हत्या

वारदात के बाद पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि, हिंसा से सिर्फ हिंसा ही बढ़ेगी। मृतक का नाम कलमू हिड़मा (65) है, जो नक्सल प्रभावित इलाके पेंटापाड़ के रहने वाले थे। वे पेंटापाड़ गांव ग्राम पटेल भी थे। वारदात के बाद परिजनों और इलाके के ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और रिश्तेदार मनीष कुंजाम को दी। वहीं मंगलवार सुबह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

नक्सलियों ने उठाया था घर से

मामले में सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि बुजुर्ग को नक्सली घर से उठाकर ले गए थे। बेरहमी से हत्या की है। मंगलवार सुबह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। मामले की हर पहलुओं से जांच की जा रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

5 से 6 की संख्या में नक्सली घर में घुसे

बताया जा रहा है कि करीब 5 से 6 की संख्या में हथियारबंद नक्सली घर में घुसे थे। पहले बुजुर्ग कलमू हिड़मा को उठाया, फिर घर से कुछ दूर लेकर गए। यहां नक्सलियों ने धारदार हथियार से कलमू हिड़मा का गला रेत दिया। वारदात के बाद सभी नक्सली जंगल की ओर चले गए।

नक्सलियों ने जारी किया पर्चा

हत्या के बाद कोंटा एरिया कमेटी के नक्सलियों ने एक पर्चा भी फेंका है, जिसमें ग्रामीणों पर दबाव बनाकर जमीन हड़पने और खुद के नाम का पट्टा बनाने का आरोप लगाया है। नक्सलियों के पर्चे में लिखा है कि इसे कई बार समझाइश दी गई थी, लेकिन नहीं माना तो मौत की सजा दी गई है। इसके अलावा पर्चे में नक्सलियों ने धमकी भी दी है। उन्होंने लिखा कि अगर जो भी नक्सल संगठन के खिलाफ काम करेगा, उसका अंजाम ठीक नहीं होगा। पुलिस ने पर्चा बरामद किया।

 

 

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CG Prime News@जगदलपुर. भारत माला प्रोजेक्ट में मुआवजा बांटने में बड़ी गड़बड़ी के चलते जगदलपुर निगम आयुक्त निर्भय कुमार साहू को अवर सचिव ने सस्पेंड कर दिया है। जांच टीम के रिपोर्ट आने के बाद राज्य सेवा के अधिकारी निर्भय कुमार साहू को सस्पेंड कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री चंद्र शेखर साहू और भाजपा किसान मोर्चा के नेता गौरीशंकर श्रीवास ने इस मामले में शिकायत की थी।

जांच में शिकायत मिली सही
मामले में जिला स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया था। समिति ने जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी थी। जिसके बाद अधिकारियों ने जांच में सही पाया। कुछ महीने पहले ही साहू जगदलपुर नगर निगम के आयुक्त बने थे। छत्तीसगढ़ के अवर सचिव क्लेमेन्टीना लकड़ा ने निलंबन की कार्रवाई की है। निर्भय कुमार इससे पहले रायपुर में एसडीएम रह चुके हैं।

अवैध मुआवजा बांटा
मिली जानकारी के अनुसार रायपुर एसडीएम रहते हुए रायपुर-विशाखापट्टनम (raipur visakhapatnam corridor) में प्रस्तावित भारत माला सड़क कॉरिडोर निर्माण में निर्भय साहू ने गलत तरीके से मुआवजा बांट दिया।विभागीय जांच में पता चला है कि कुछ जमीन मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्होंने अवैध मुआवजा बांटा। इससे सरकार को नुकसान हुआ। जांच में पाया गया है कि निर्भय ने अपने काम में अनियमितता और लापरवाही की है। इस वजह से उन पर यह एक्शन लिया गया है।

18 गुना ज्यादा अवैध मुआवजा बांटा
प्रदेश में भारत माला सड़क परियोजना में तब की स्थानीय सरकार, अफसर और भू-माफियाओं ने बड़ा खेल कर दिया है। यहां अभनपुर में किसानों की जमीन सड़क बनाने के प्रोजेक्ट में अधिग्रहित हुई। मुआवजा बांटने की बारी आई तो जमीन के रिकॉर्ड को बदलकर 18 गुना ज्यादा मुआवजा केंद्र सरकार से हासिल किया गया। इन रुपयों में से कुछ किसानों को दिए गए बाकी की बड़ी रकम, अफसर और जमीन माफिया हड़प कर गए।

 

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CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के कोंडागांव के केशकाल घाट में एक ट्रक ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में गर्भवती महिला समेत 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पूरा मामला केशकाल थाना क्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम हिचका निवासी सगरु राम सलाम बाइक से अपनी गर्भवती पत्नी और भाभी को लेकर कांकेर अस्पताल गया हुआ था। सोमवार शाम वापसी के दौरान ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में पत्नी धनेश्वरी सलाम (23) गर्भवती थी, जहां जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। जेठानी रजनती सलाम (32) ने भी दम तोड़ दिया। बताया जा रहा गर्भवती महिला के सोनोग्राफी के लिए वे लोग अस्पताल गए थे। वहीं सगरु राम सलाम को चोट नहीं आई है। वह सुरक्षित है।

पुलिस कर रही मामले की जांच

केशकाल थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच कर दोनों महिलाओं को अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बालोद में ई रिक्शा चालक की मौत

बालोद में तेज रफ्तार हाइवा ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दी, जिससे ई-रिक्शा चालक की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा अर्जुन्दा थाना क्षेत्र के भरदाकला गांव की है। हादसा इतना भीषण था कि ई-रिक्शा का चालक वाहन के अंदर फंस गया था। वहीं रिक्शा सवार सुरेश कुमार घायल है। मिली जानकारी के मुताबिक अशोक कुमार चंद्राकर ग्राम कचांदुर का रहने वाला था। अशोक कुमार चंद्राकर और सुरेश कुमार दोनों सामाजिक कार्यक्रम से घर लौट रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए। पुलिस ने हाइवा चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोनों ही सड़क हादसे में मृतकों की परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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CG Prime News@जगदलपुर. छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल जिला दंतेवाड़ा में एक कॉन्स्टेबल ने आत्महत्या कर लिया। उसने जहर खाकर अपनी जान दे दी। पूरा मामला जिले के गढ़मिरी थाना क्षेत्र का है। पुलिस लाइन में पदस्थ जवान के सुसाइड के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। इधर सुसाइड को लेकर पुलिस अफसरों का कहना है कि, पारिवारिक कारणों की वजह से उसने सुसाइड किया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

जवान के शव के पास मिला जहर
एएसपी आरके बर्मन ने कहा कि, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया। जिस जगह शव था, वहां पास में ही एक जहर का डिब्बा मिला है। शुरुआती तौर पर पारिवारिक कारण की वजह से जवान ने आत्महत्या की है, यह पता चल रहा है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जहर का डब्बा जब्त कर लिया गया है। अब जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि जवान ने आखिर सुसाइड क्यों किया।

सुबह परिजनों ने दी सूचना
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सुसाइड करने वाले जवान का नाम महेश मड़कामी है, जो कि दंतेवाड़ा के पुलिस लाइन कारली में पदस्थ था। 18 फरवरी की रात अपने घर में था। रात में खाना खाकर सो गया था। बुधवार 19 फरवरी की सुबह बिस्तर में ही अचेत होकर पड़ा था। जिसके बाद परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

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CG Prime News@कांकेर. छत्तीसगढ़ में प्रयागराज महाकुंभ से लौट रही एक यात्री बस हादसे की शिकार हो गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं सात लोग घायल हो गए हैं। घटना कांकेर जिले के एनएच 30 पर तारसगांव कटिंग लखनपुरी के पास गुरुवार रात की है। मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ से लौट रही टूरिस्ट बस की एक स्कॉर्पियो से आमने-सामने की टक्कर हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई।

स्कॉर्पियों सवार की मौके पर मौत
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना के वक्त टूरिस्ट बस में सवार 15 यात्रियों में से 7 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें चारामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। स्कॉर्पियो में सवार प्रेम लाल मरकाम (55 साल) की मौके पर ही मौत हो गई। वह सुकमा के छीनगढ़ का रहने वाला था।
यात्री बस और स्कॉर्पियों में टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टूरिस्ट बस के परखच्चे
उड़ गए और स्कॉर्पियो का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। स्कॉर्पियो में सवार अन्य दो लोगों को भी मामूली चोटें आई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आंध्रा लौट रहे थे यात्री
एएसआई भाकेश पटेल के मुताबिक, टूरिस्ट बस में सवार यात्री प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होकर आंध्र प्रदेश लौट रहे थे। दूसरी ओर, स्कॉर्पियो में सवार लोग जगदलपुर से रायपुर जा रहे थे, जहां उनके परिवार में किसी हादसे की खबर मिलने पर वे रवाना हुए थे।