CG Prime News@दुर्ग. Ahiwara Municipality CMO accused of demanding 50 percent commission छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में अहिवारा नगर पालिका परिषद के CMO पर 50 प्रतिशत कमीशन मांगने का गंभीर आरोप लगा है। कमीशन मांगने वाले अधिकारी का ऑडियो भी वायरल हो रहा है। जिसके बाद इस पूरे मामले में दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जांच के निर्देश दे दिए हैं। दरअसल अहिवारा नगर पालिका परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी अंकुर पांडेय पर बिल पास कराने के नाम पर 50 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा है। दो लोगों ने अहिवारा पालिका के सीएमओ पर लगाते हुए इसकी शिकायत की है।
आवास प्रेरक ने लगाया गंभीर आरोप
पहला आरोप पीएम आवास योजना से जुड़े आवास प्रेरक अंशुल मोराने ने लगाया है। अंशुल ने सीएमओ का पैसे के लिए दबाव बनाने एक ऑडियो भी बनाया था। जो कि अब वायरल हो रहा है। दूसरी शिकायत पीएम आवास योजना के तहत काम करने वाले वास्तुविद सलाहकार ने लगाया है। वहीं, सीएमओ ने इसे एआई जनरेटेड वाइस बताया है। उन्होंने कहा कि, मुझे फंसाने का षडयंत्र है।
1.39 लाख रुपए दिया कमीशन
शिकायतकर्ता अंशुल ने बताया कि, आर्किटेक्ट राहुल देवकर का बिल 5.78 लाख की पास हुआ था। इसमें उन्होंने 50 प्रतिशत कमीशन रिश्वत के रूप में देने की बात की थी। यह मांग राहुल से भी की गई थी। हमने इस मामले में बचने के लिए बिल के भुगतान की मांग नहीं की थी, लेकिन सीएमओ ने खुद ही बिल निकलवाया और राशि कमीशन मांगने लगे। इसके बाद उन्हें 1.39 लाख रुपए नगद कैश दिया गया।
कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश
ऑडियो वायरल होने के बाद इस मामले में गंभीरता को देखते हुए दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जांच के निर्देश दिए हैं। भिलाई-3 एसडीएम महेश सिंह राजपूत इस मामले की जांच कर रह हैं। दोनों ही शिकायतों के संबंध में एसडीएम ने जांच शुरू कर दी है।
अधिकारी को जांच के लिए बुलाया
मंगलवार की शाम को ही अहिवारा पालिका सीएमओ अंकुर पांडेय को जांच के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया। इसके बाद शिकायतकर्ता चितरंजन अग्रवाल से भी पूछताछ की गई है। वहीं दूसरे शिकायतकर्ता अंशुल मोराने की शिकायत और ऑडियो के संबंध में भी सीएमओ से पक्ष जाना जा रहा है।
सीएमओ बोले फर्जी ऑडियो
इस मामले में सीएमओ अंकुर पांडेय ने कहा कि, यह आरोप मुझे फंसाने के लिए किया जा रहा है। क्योंकि कुछ मामलों में मैंने इन प्रतिनिधियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है और नोटिस भेजा है। जिसने आरोप लगाया है वो कई बार कार्यों में लापरवाही बरत चुका है, पहले भी उसे काम से हटाया जा सका है। मुझे फंसाने के लिए इस तरह का षडयंत्र किया जा रहा है। इसकी जानकारी मैंने पुलिस समेत अपने उच्च अधिकारियों को दे दी है। ऑडियो पूरी तरह फर्जी है। इसे एआई से बनाया गया है। जांच के बाद सारी चीजें साफ हो जाएंगी।