भिलाई@CG Prime News. धुर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के पुराने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात तीन महिला आरक्षकों ने जिले में नक्सल सेल प्रभारी के रूप में काम कर रहे एएसआई संतोष बघेल पर छेड़छाड़ और दुर्व्योवहार की शिकायत एसपी से की है।
महिला सिपाहियों ने बताया कि जिस परिसर में उनकी ड्यूटी लगाई जाती है, वहां सेल प्रभारी आकर उनके साथ छेड़छाड़ करते हैं। अनावश्यक रूप से गलत बातें और अनुचित आचरण करते हैं। पीडि़तों में एक महिला आरक्षक नक्सली हमले में शहीद जवान की पत्नी है। पीडि़तों ने इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक केएल धु्रव से शिकायत की गई है। जिस एएसआई पर महिला आरक्षकों ने आरोप लगाए हैं, उन्हें इस वर्ष उत्कृष्ठ सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक दिया जाना है।
गलत नीयत से छूता है अधिकारी
महिला आरक्षकों ने जिले के पुलिस अधीक्षक को अपनी लिखित शिकायत में बताया कि जिस परिसर में उनकी बतौर गार्ड ड्यूटी लगाई जाती है। वहां सेल प्रभारी आते-जाते रहते हैं। इस बीच वे महिला आरक्षकों से अभद्रतापूर्ण बातें करते हैं और दुव्र्यवहार करते हैं। रात में मोर्चा से बाहर बुलाते हैं। उनके अलावा और भी कुछ महिला गार्ड वहां रात और दिन दोनों समय की ड्यूटी पर तैनात रहती हैं। सेल प्रभारी वहां आकर उन्हें बुरी नीयत से छूते हैं। विरोध करने पर नौकरी खा जाने और ड्यूटी में अबसेंट लगाने की धमकी देते हैं।
नहीं दर्ज हुई एफआईआर
यह शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है और फिलहाल इस पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। पुलिस विभाग ने अपने ही विभाग के पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। जिस एएसआई पर यह आरोप लगाए गए हैं वे सहायक पुलिस आरक्षक के रूप में पुलिस बल में भर्ती हुए थे। नक्सल क्षेत्र में बेहतर काम के लिए इन्हें दो बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन हासिल करने के बाद एएसआई के पद पर हैं और जिले में नक्सल सेल के प्रभारी हैं। हालांकि एएसआई पर छेड़छाड़ के कई आरोप पहले भी लग चुके हैं। विवादों से इनका पुराना नाता है।