CG Prime News@जगदलपुर. 210 Maoists surrender in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ जारी लड़ाई में सरकार को आज तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को एक साथ जगदलपुर में 210 नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार डाल दिए। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने 153 हथियार भी पुलिस को सौंपे हैं। सरेंडर मंच पर मौजूद हर नक्सली को भारतीय संविधान की प्रति दी गई। यह संदेश है कि अब संघर्ष नहीं, संविधान के रास्ते पर आगे बढऩा है।
1 करोड़ के इनामी रूपेश ने किया सरेंडर
1 करोड़ के इनामी नक्सली सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) सतीश उर्फ टी. वासुदेव राव उर्फ रूपेश ने भी सरेंडर किया। रूपेश माड़ डिवीजन में सक्रिय था और उस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था, जबकि अन्य नक्सलियों पर 5 लाख से 25 लाख तक के इनाम थे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सरेंडर करने वालों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मकान, जमीन और तीन साल तक आर्थिक सहायता दी जाएगी।
CM ने कहा सम्मानजनक जीवन की ओर आगे बढ़े
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu dev sai) ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार तीन साल तक आर्थिक सहायता देगी। उन्हें पुनर्वास नीति का पूरा लाभ मिलेगा। रहने के लिए मकान और आजीविका के लिए जमीन भी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वे सम्मानजनक जीवन की ओर बढ़ सकें।
सीएम साय ने कहा, हमारे भाई-बहन अब विकास की मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। उन्हें संविधान की प्रति भी दी गई है, ताकि वे लोकतांत्रिक व्यवस्था को समझें और अपनाएं। उन्होंने कहा कि बस्तर में अब बदलाव दिख रहा है-सड़के बन रही हैं, बिजली और राशन लोगों तक पहुंच रहा है। राज्य सरकार बस्तर के समग्र विकास के लिए वचनबद्ध है।
सरेंडर करने वालों में महिला नक्सली ज्यादा
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को बस्तर में सरेंडर करने वाले 140 और कांकेर में पहले आत्मसमर्पण कर चुके 60 से ज्यादा नक्सली इस सरेंडर कार्यक्रम में शामिल हुए। पुलिस लाइन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सभी नक्सलियों को भारतीय संविधान की किताब और एक गुलाब भेंट कर उनका स्वागत किया गया। सरेंडर कार्यक्रम स्थल पर नक्सलियों को 3 बसों के जरिए लाया गया, जिनमें महिला नक्सलियों की संख्या पुरुषों से अधिक रही।
माड़ डिवीजन की पूरी कमेटी ने किया सरेंडर- विजय शर्मा
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने लक्ष्य तय किया है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘यह मान लिया जाए कि तय समय में यह लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। पुनर्वास नीति के तहत उन्होंने कहा कि कोई नक्सली माता-पिता के सुख से वंचित है, तो सरकार मेडिकल ट्रीटमेंट तक की सुविधा देगी। उन्होंने बताया कि इस सरेंडर में माड़ डिवीजन की पूरी कमेटी आई है। गढ़चिरौली वाले वापस गढ़चिरौली लौट गए हैं। केशकाल यूनिट शेष है