बड़ी खबर: 80 लाख की सरकारी शराब दुकान से गबन कर फरार रोहन मध्यप्रदेश से गिरफ्तार, पुलिस को बताया तस्कर प्रशांत को बेचना

भिलाई.CG Prime News @ सिविक सेंटर सरकारी शराब दुकान से 80 लाख रुपए की शराब गबन करने वाले सुपरवाइजर रोहन कुमार कन्नौजिया मध्यप्रदेश के पंचमढी से गिरफ्तार हुआ। पुलिस उसे लेकर भिलाई आई और पूछताछ के लिए दो दिन के कमांड पर लिया है। वहीं फरार सेल्समैन गौरव कुमार देशलहरे की पुलिस तलाश कर रही है।
भिलाई नगर थाना प्रभारी व प्रशिक्षु डीएसपी चित्रा वर्मा ने बताया कि सुमित फैसिलिटीज कंपनी मैनजर विकास चौधरी ने शिकायत पर धोखाधड़ी प्रकरण दर्ज किया। सुपरवाईजर हरिनगर कातुलबोर्ड निवासी आरोपी रोहन कुमार कन्नौजिया और समोदा करंजा का गौरव कुमार देशलहरे बिना सूचना दिए भाग गए। सुपरवाइज़र के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया तो पहले लोकेशन नागपुर मिला। जब पुलिस पहुंची के रोहन मध्यप्रदेश पंचमढ़ी निकल गया। पुलिस पीछा करते वहीं पहुंचा और एक होटल से रोहन को गिरफ्तार किया।

छात्र संगठन नेता प्रशांत राय को शराब बेचना कबूला, अन्य तस्करों के नाम उगल सकता है रोहन

पुलिस ने बताया कि पूछताछ में रोहन ने स्वीकार किया कि सरकारी शराब को तस्कर प्रशातं राय को बेचना बताया, लेकिन प्रशांत ने पैसे अभी तक नहीं दिया। जब शराब पकड़ाई तो प्रशांत ने भी रोहन से खरीदना स्वीकारा था इस बीच आबकारी विभाग की आडिट में चोरी पकड़ा गई। पुलिस ने रोहन को रिमांड पर लिया है। पूछताछ कर रही है कि बाकि 78 लाख 300 की शराब कहा गई और किसने पास रखा है। इस मामले में उसके साथ कौन- कौन शामिल है। इसकी जांच की जा रही है।

पुलिस की रडार पर आबकारी विभाग के जिम्मेदार

पुलिस ने बताया कि सरकारी शराब दुकान का संचालन प्राइवेट कंपनी कर रही है। लेखा- जोखा ऑनलाइन है। आबकारी विभाग ने निर्धारित समय पर आडिट क्यों नहीं किया। सबसे बड़ी बात पार्क और अन्य स्थानों पर शराब पिते पकड़े जाने पर शराब प्रतियों के खिलाफ कार्यवाही कर जुर्माना वसूल कर लेते है। शराब तस्कर सरकारी दुकान की शराब को दुकान के पास में ही ब्लैक में बेच रहा था। उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। रात में रोज मॉनीटिरंग करते है। इसके बाद 80 लाख की सरकारी शराब दुकान से गायब हो गई। पुलिस को आबकारी विभाग के कार्यप्रणाली पर संदेह है। पुलिस जांच कर रही है।

बड़ा सवाल

– क्या पुलिस इस मामले से जुड़े तस्करों को गिरफ्तार करेंगी?

– राजनैतिक सपोर्ट के बगैर सरकारी दुकान से शराब गायब होना संभव नहीं। क्या पुलिस इस मामले में शामिल राजनैतिक रसूखदारों पर कार्रवाई करेंगी?

– 78 लाख की शराब तस्कर के ठिकाने से पूरी बरामद कर पाएगा?

– सरकारी शराब की 80 दुकानों में शहरी दुकान में मौजूद स्टॉक की जानकारी लेने की पुलिस जहमत उठाईगीर?

पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी तो सरकारी शराब दुकान में हेराफेरी का बड़ा फिगर का हो सकता है खुलासा

पुलिस इस मामले को निष्पक्ष और गहराई से जांच करे तो सरकारी शराब दुकान की बड़ी गड़बड़ी सामने आ सकती है। सरकार को करोडो़ रुपए की चपत लगाने वाले शराब माफियाओं का नाम उजागर हो सकता है। क्यों कि लॉकडाउन में जमकर हेराफेरी कर करोड़ो की कमाई शराब माफियाओं ने किया है। प्रशिक्षु डीएसपी व भिलाई नगर थाना प्रभारी चित्रा वर्मा ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही। इस मामले जुड़े शराब माफियां को बेनकाब होगे।

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